कैराना और नूरपुर हारी बीजेपी तो बोले अरविंद केजरीवाल- लोग कह रहे मोदी हटाओ
देश भर में हुए उपचुनाव के नतीजों में भाजपा और उनके सहयोगी दलों को शिकस्त का सामना करना पड़ा है। वहीं विपक्षी दल इसे 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के नतीजों का आगाज बताकर बेहद उत्साहित हैं। इस मौके पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट किया है। अपने ट्वीट में उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार को आड़े हाथों लिया है। केजरीवाल ने ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विकल्प क्या है?’ पर भी अपने ट्वीट में चर्चा की है। इस ट्वीट के बाद से लोग लगातार उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोल कर रहे हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया,”आज के नतीजे दिखाते हैं की देश भर में मोदी सरकार के ख़िलाफ़ लोगों में बहुत ज़्यादा ग़ुस्सा है। अभी तक लोग पूछते थे – विकल्प क्या है? अब लोग कह रहे हैं कि मोदी जी विकल्प नहीं हैं, पहले इन्हें हटाओ।” इस ट्वीट के बाद ट्विटर पर यूजर्स ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया।
आज के नतीजे दिखाते हैं की देश भर में मोदी सरकार के ख़िलाफ़ लोगों में बहुत ज़्यादा ग़ुस्सा है।
अभी तक लोग पूछते थे – विकल्प क्या है? अब लोग कह रहे हैं कि मोदी जी विकल्प नहीं हैं, पहले इन्हें हटाओ।
एक यूजर ने ट्विटर पर लिखा,”आपके कहने का मतलब यह है कि ईवीएम बिल्कुल ठीक काम कर रही थी और अब बैलेट पेपर से चुनाव करवाने की मांग आप छोड़ने जा रहे हैं।” वहीं एक अन्य यूजर ने उनसे सवाल किया कि अगर पीएम नरेंद्र मोदी 2019 में पीएम नहीं बनेंगे तो क्या आप उनके विकल्प बनने वाले हैं। एक यूजर ने लिखा कि मोदी ने इन चार सालों में 21 राज्यों में अपनी सरकारें बना ली हैं। आप कुछ सीटें जीतने पर ही इतना शोर मचा रहे हैं।
गुरुवार को 4 लोकसभा सीट और 10 विधानसभा सीटों के लिए हुए उप चुनाव के नतीजे आने थे। 9 राज्यों की 10 विधानसभा सीटों पर बीते सोमवार को हुए उप चुनाव चुनाव भाजपा के लिए बेहद अहम थे। बीजेपी ने अपने शासन वाले राज्यों के अलावा उन प्रदेशों में भी जोर लगाया है, जहां जड़ें जमाने के लिए अभी वह संघर्ष कर रही है। केरल और पश्चिम बंगाल में कमजोर मौजूदगी के बावजूद भाजपा ने पूरा जोर लगाया था। बता दें कि इन सीटों के अलावा बिहार के जोकिहाट, झारखंड के गोमिया और सिल्ली, महाराष्ट्र के पालस कड़ेगांव, यूपी के नूरपुर, मेघालय के अमपती, उत्तराखंड के थराली और पंजाब के शाहकोट विधानसभा क्षेत्र में भी उप चुनाव हुए थे। इन चुनावों में भाजपा को ज्यादातर जगहों पर निराशाजनक हार का सामना करना पड़ा है।