कौन है मुन्ना बजरंगी को मारने का आरोपी गैंगस्टर सुनील राठी, जेलर की भी हत्या में आ चुका है नाम सामने
Munna Bajrangi Mafia Don News:बागपत जिला जेल के अंदर मुन्ना बजरंगी की हत्या के मामले में जेल में बंद गैंगस्टर सुनील राठी का नाम सामने आ रहा है। पुलिस प्रथम दृष्टया सुनील का हाथ होने की आशंका जाहिर कर रही है, हालांकि अभी जांच में इसकी पुष्टि नहीं हो है। हर किसी के जेहन में सवाल उठ रहा है कि आखिर सुनील राठी ने मुन्ना बजरंगी की हत्या क्यों कराई।बताया जा रहा कि सुबह करीब छह बजे झगड़े के बाद राठी ने मुन्ना बजरंगी के सिर में गोलियां मारकर मौत की नींद सुला दिया।
आपराधिक इतिहास की बात करें तो सुनील राठी ही नहीं उसके भाई भी अपराध में संलिप्त हैं। 2015 में जमीनों पर कब्जा करने के मामले में पुलिस उसके चचेरे भाई को भी गिरफ्तार कर चुकी है। रंगदारी के मामले में मां राजबाला इस वक्त रुड़की जेल में बंद हैं।सुनील राठी के अपराध का केंद्र मुख्यतया उत्तराखंड में रुड़की और हरिद्वार इलाका रहा है। हरिद्वार में रहकर वह पश्चिमी यूपी में घटनाओं को अंजाम देता रहा। हालांकि पिछले कुछ समय से वह जेल में है।
मां जहां रहीं थीं चेयरमैन, उस जिले की जेल में हुआ शिफ्टः 31 जुलाई 2017 से पहले गैंगस्टर सुनील राठी रुड़की जेल में बंद था। वहां उसने खुद की जान को खतरा बताते हुए बागपत जिला जेल में शिफ्ट होने की गुहार लगाई। जिस पर उसे बागपत जिला जेल भेज दिया गया। उसकी मां बागपत के टिकरी कस्बे की पूर्व चेयरमैन रह चुकीं हैं। उसकी मां छपरौली विधानसभा सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव भी लड़ चुकीं हैं।वर्ष 2017 में रुड़की के मशहूर चिकित्सक डॉ. एनडी अरोड़ा से जेल में बैठे-बैठे 50 लाख की रंगदारी वसूलने के कारण सुनील राठी सुर्खियों में आया था। तब उसने डॉक्टर से अपनी मां को पैसे पहुंचाने को कहा था। इस मामले में पुलिस ने सुनील की मां राजबाला सहित उसकी गैंग के दो गुर्गों रजनीश और दीपक को अरेस्ट किया था।
बता दें कि 31 जुलाई 2017 को सुनील राठी रुड़की से बागपत जेल शिफ्ट हुआ था। सोमपाल भाटी नामक बदमाश पर सुनील राठी के पिता और भाई की हत्या करने का आरोप लगा था। जिस पर बदला लेने के लिए सुनील राठी भी अपराध की दुनिया में कूद पड़ा था। उसने भाटी गैंग के दो लोगों की हत्या के बाद चार लोगों की हत्या कर पश्चिम यूपी में खौफ कायम किया।वर्ष 2000 में पुलिस ने सुनील राठी को हरिद्वार के कनखल स्थित शिवपुरी कॉलोनी से गिरफ्तार किया था। जेल में रहने के दौरान ही उसने शादी भी रचाई थी। सुनील ने 12 सितंबर 2011 को रुड़की जेल के बाहर जेलर नरेंद्र खंपा की हत्या करने का आरोपी है। उसके इशारे पर पांच अगस्त 2014 को रुड़की जेल में गैंगवार भी हो चुका है। सुनील राठी के मजबूत नेटवर्क का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसने अपने साथियों की मदद से अपराधी भूरा को बागपत जेल से छुड़वा लिया था।