क्या सरकार कहेगी, ताज मत देखो : ओवैसी
उत्तर प्रदेश के भाजपा विधायक संगीत सोम की इतिहास में ताजमहल के स्थान पर सवाल उठाने वाली टिप्पणी पर एआइएमआइएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार सवाल किया कि क्या सरकार पर्यटकों से यह कहेगी कि वे ताजमहल देखने नहीं जाएं? संगीत सोम ने ताजा विवाद उत्पन्न करते हुए इतिहास में ताजमहल के स्थान पर रविवार सवाल उठाया था और ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़ मरोड़कर पेश करते हुए कहा था कि इसका निर्माण ऐसे शहंशाह ने कराया था जिसने अपने पिता को कैद करने के साथ ही हिंदुओं को निशाना बनाया।
सरधना से विधायक सोम ने मुगल शहंशाह बाबर, अकबर और औरंगजेब को गद्दार करार दिया और कहा कि उनके नाम इतिहास से हटाए जाएंगे। टिप्पणी पर हैदराबाद से लोकसभा सांसद ओवैसी ने ट्वीट किया, ‘गद्दारों ने लाल किला भी बनाया, क्या मोदी वहां पर तिरंगा फहराना बंद कर देंगे? क्या मोदी और योगी घरेलू और विदेशी पर्यटकों से ताजमहल नहीं जाने के लिए कहेंगे?’ एआइएमआइएम प्रमुख ने यह भी कहा कि केंद्र दिल्ली में विदेशी गणमान्य व्यक्तियों की मेजबानी के लिए जिस हैदराबाद हाउस का इस्तेमाल करता है उसका निर्माण भी गद्दार द्वारा किया गया था। हैदराबाद हाउस का निर्माण आखिरी निजाम उस्मान अली खान ने अंग्रेजों द्वारा मुहैया कराई गई जमीन पर कराया था।
ताज तो सात अजूबों में से एक : शर्मा
केंद्रीय संस्कृति (स्वतंत्र प्रभार), पर्यावरण और वन राज्यमंत्री महेश शर्मा ने कहा है कि ताजमहल को पर्यटन स्थल की सूची से हटाए जाने का कोई सवाल ही नहीं है। उन्होंने कहा कि यह दुनिया के सात अजूबों में शामिल है और देश की चंद सबसे खूबसूरत धरोहरों में शुमार है। दुनिया के विभिन्न देशों से भारत घूमने आने वाला शायद ही कोई पर्यटक ऐसा हो, जो ताजमहल के दीदार नहीं करना चाहता हो। ऐसे में इस विरासत की अनदेखी की बात बिल्कुल आधारहीन है।
सोमवार को जनसत्ता बारादारी की बैठक में शर्मा ने कहा कि उन्हें जैसे ही ताजमहल को लेकर हुए विवाद का पता चला तो उन्होंने उत्तर प्रदेश की पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी से फोन पर बात की।
बकौल शर्मा, जोशी ने भी ताजमहल को पर्यटन स्थलों की सूची से हटाए जाने की बात का खंडन किया। जाहिर तौर पर इसको लेकर अब किसी भी प्रकार विवाद की स्थिति नहीं है। भारत घूमने आने वाले विदेशी सैलानियों की संख्या में हुई वृद्धि के आंकड़े पेश करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि ऐसा कोई पर्यटक नहीं है जिसकी ख्वाहिश ताजमहल के दीदार की नहीं हो। सनद रहे कि पिछले दिनों उत्तर प्रदेश की बाकी पेज 8 पर योगी आदित्यनाथ सरकार के छह माह पूरे होने के मौके पर सूबे के पर्यटन स्थलों की सूची वाली पुस्तिका जारी की गई। बताते हैं कि इस सूची में गोरखपुर के उस मठ का नाम तो शामिल किया गया था लेकिन इस पुस्तिका में ताजमहल का नाम शामिल नहीं किया गया था।
ताजमहल भारतीय संस्कृति पर धब्बा है : संगीत सोम
सरधना से भाजपा विधायक संगीत सोम अपने एक और विवादास्पद बयान से एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं। भाजपा विधायक का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें उन्होंने कहा कि ताजमहल भारतीय संस्कृति पर एक धब्बा है। भाजपा विधायक ने इतिहास को गलत तरीके से पेश करते हुए यहां तक कह दिया कि 17वीं शताब्दी में ताजमहल में शाहजहां ने अपने पिता को कैद किया था और वह देश से हिंदुओं का बाकी पेज 8 पर नामोनिशान मिटा देना चाहता था। इतिहास इसके उलट है। मुगल इतिहास पर गौर करें तो शाहजहां के बेटे औरंगजेब ने अपने पिता को सत्ता से हटा कर आगरा के किले में कैद किया था। लेकिन भाजपा विधायक का इतिहास के बारे में शायद अपना ही नजरिया है। सोम ने मुगल शहंशाहों- बाबर, अकबर और औरंगजेब को गद्दार बताते हुए यह भी कहा कि उनके नाम इतिहास के पन्नों से हटाए जाने चाहिए।
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से हाल में ताजमहल को अपने पर्यटन स्थलों की सूची से बाहर करने के बाद भाजपा विधायक का यह बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि ताजमहल को उत्तर प्रदेश की पर्यटन स्थलों की सूची से बाहर होने के बाद काफी लोगों में निराशा है। लेकिन हम किस इतिहास की बात कर रहे हैं। ताजमहल का निर्माण कराने वाले शाहजहां ने इसी इमारत में अपने पिता को कैद किया था। ऐसे लोग अगर हमारे इतिहास का हिस्सा हैं तो हमारे लिए इससे दुर्भाग्यपूर्ण कोई बात नहीं हो सकती। मुजफ्फरनगर दंगों के आरोपी रहे संगीत सोम को हाल में बरी किया गया है। उनका यह वीडियो मेरठ-गढ़ मार्ग स्थित गांव सिसौली में एक विद्यालय में स्थापित की गई महाराजा अनंगपाल तोमर की प्रतिमा के अनावरण के मौके का है। विधायक एक जनसभा को संबोधित करते हुए कह रहे हैं कि अब प्रदेश में भाजपा की सरकार है। अब किसी पर कोई अत्याचार नहीं होगा। गुंडे बदमाश जेल में हैं बाकी या तो प्रदेश छोड़ चुके हैं या भूमिगत हो गए हैं। सोम ने कहा कि देश के कुछ गद्दार कहते हैं कि वह वंदेमातरम् नहीं बोलेंगे। ऐसे लोगों को देश से बाहर कर देना चाहिए। आजम खां, सिद्दिकी, औबेसी जैसे लोग आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं। ये आतंकवादियों को अपना रिश्तेदार तक बता रहे हैं।
भाजपा ने भारत में मुसलिम राज को ‘बर्बरतापूर्ण और अतुलनीय असहिष्णुता का काल’ करार दिया और सोम के बयान पर कहा कि उसके सदस्य किसी भी खास स्मारक के बारे में कोई भी राय रख सकते हैं। पार्टी प्रवक्ता जीवीएल नरसिंह राव ने कहा- जहां तक इस देश में मुसलिम और मुगल शासन की बात है तो उस काल को बस शोषणकारी, बर्बरतापूर्ण और अतुलनीय असहिष्णुता का काल करार दिया जा सकता है जिसने भारतीय सभ्यता और परंपराओं को बहुत नुकसान पहुंचाया। भाजपा सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि संगीत सोम ने क्या कहा, मुझे इस बारे में कुछ नहीं कहना। भाजपा के जिलाध्यक्ष शिवकुमार राणा ने कहा कि मैंने संगीत सोम का कोई वीडियो न देखा है और न सुना है। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि ताजमहल पुरातत्त्व विभाग की संपत्ति है जिस पर टिप्पणी करना ठीक नहीं है। संगीत सोम से इस बारे में बात करने का प्रयास किया गया लेकिन उनका फोन नहीं मिला।