क्या GST लागू होने से दर्शकों की जेबों में पड़ा फर्क? ‘टाइगर जिंदा है’ देखने पहुंचे कम लोग!
साल 2017 में ‘जीएसटी’ लागू होने से बॉलीवुड की फिल्म और उनके बिजनेस पर भी फर्क पड़ने की चर्चा हुई। जीएसटी (माल एवं सेवा कर) लागू किए जाने के बाद से यह साबित हुआ है कि इससे फिल्म निर्माण की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा है और सिनेमाघर जाने वाले दर्शकों की तादाद में भी कमी आ रही है। इस पर फिल्म एंड टेलीविजन प्रोड्यूसर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के अध्यक्ष सिद्धार्थ रॉय कपूर ने कहा कि जहां तक जीएसटी की बात है, तो इसके बारे में अभी भी कुछ कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन निश्चित रूप से फिल्म निर्माण की प्रक्रिया में आर्थिक तौर पर आने वाली कुल लागत के मद्देनजर नुकसान पहुंचा है, क्योंकि मूल्य श्रृंखला के विभिन्न चरणों में विभिन्न टैक्स दरों के कारण फिल्म की पूरी लागत वसूल नहीं हो पाती है।
उन्होंने कहा – दूसरी बात यह है कि 100 रुपये से ज्यादा मूल्य के सिनेमा टिकटों पर 28 फीसदी टैक्स लगने के चलते दर्शकों के सिनेमाघर जाने की आदत में कमी आ आई है, इससे वास्तव में फिल्म निर्माण की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा है। सिद्धार्थ रॉय ने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि सरकार भारतीय सिनेमा के योगदान को समझेगी।गौरतलब है कि सिद्धार्थ रॉय कपूर एक्ट्रेस विद्या बालन के पति भी हैं। सिद्धार्थ कहते हैं कि 500 रुपये और 1,000 रुपये के नोट बंद होने से फिल्म उद्योग पर ज्यादा असर नहीं पड़ा, क्योंकि एक दशक से ज्यादा समय से यह उद्योग नकदी लेनदेन से मुक्त है।
उन्होंने कहा कि जब नोटबंदी की घोषणा हुई, तो बॉक्स ऑफिस पर इसका अस्थायी प्रभाव देखने को मिला और जब दो महीने से भी कम समय के भीतर फिल्म ‘दंगल’ रिलीज हुई, तो यह उस समय कमाई करने के मामले में सबसे बड़ी हिंदी फिल्म साबित हुई। बता दें, 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी की घोषणा के बाद 2017 में जीएसटी लागू किया गया था।