क्रू की सैलरी नहीं दे पाया विजय माल्या, जब्त हुआ आलीशान सुपरयॉट
बैंकों को नौ हजार करोड़ का चूना लगाकर लंदन फरार हुआ शराब कारोबारी विजय माल्या विदेशों में भी धोखाधड़ी कर रहा है। इसके एवज में अब उसकी संपत्तियों को जब्त करने की कवायद शुरू हुई है। क्रू मेंबर्स को एक मिलियन डॉलर से भी अधिक सेलरी भुगतान न करने पर माल्या के आलीशान सुपरयॉट को माल्टा में जब्त कर लिया गया। इसकी कीमत करीब 600 करोड़ रुपये बताई जा रही है। माल्या के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी शुरू हो गई है। रिपोर्ट के मुताबिक माल्या ने जहाज पर काम करने वाले 40 से अधिक क्रू मेंबर्स को पिछले छह महीने से वेतन का भुगतान नहीं किया। इसमें भारतीयों के अलावा ब्रिटेन और पूर्व यूरोपीय देशों के क्रू मेंबर शामिल थे। वेतन का बकाया एक मिलियन यानी साढ़े करोड़ रुपये के करीब था। इसकी क्रू मेंबर्स ने सक्षम स्तर पर शिकायत की। जिसके बाद उनके 95 मीटर लंबे आलीशान जहाज को मैरीटाइम लाइन से जब्त कर लिया गया। अब बंदरगाह से इसके कहीं आने-जाने पर रोक लगा दिया गया है।
गौरतलब है कि विजय माल्या पर देश के बैंकों को करीब नौ हजार करोड़ रुपये का चूना लगाने का आरोप है। बैंकों की ओर से दवाब बढ़ने पर दो मार्च 2016 को देश छोड़कर माल्या लंदन में जाकर बस गया। विदेश मंत्रालय लंदन से विजय माल्या के प्रत्यर्पण की कोशिशों में लगा है। भारत सरकार की अपील पर लंदन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट में प्रत्यर्पण से जुड़े मामले की सुनवाई हो रही है। बता दें कि विजय माल्या देश के उन 53 लोगों की सूची में हैं, जिनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग अधिनियम, 2002 के तहत प्रवर्तन निदेशालय जांच कर रहा है। फरार होने के बाद से भारत सरकार माल्या को भगोड़ा करार दे चुकी है।
दो बार संसद जा चुके हैं माल्याः बैंकों को चपत लगाने के बाद डिफॉल्टर फिर विदेश जाने पर भगोड़ा करार विजय माल्या दो बार सांसद भी रह चुके हैं। पहली बार 2002 में कर्नाटक से उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी को हराकर राज्यसभा का चुनाव जीता और 2008 तक सांसद रहे। फिर 2010 में कर्नाटक से दोबारा बतौर निर्दल कंडीडेट वे राज्यसभा पहुंचे। दोनों बार वे निर्दल प्रत्याशी जरूर रहे मगर उनके जीतने में बीजेपी, कांग्रेस और जनता दल सेकुलर के विधायकों का योगदान रहा था। पहली बार कांग्रेस और जनता दल सेकुलर और दूसरी बार बीजेपी तथा जनता दल सेकुलर विधायकों के सहयोग से वे राज्यसभा सांसद बनने में सफल रहे थे। विदेश फरार होने के बाद जब उनकी राज्यसभा सदस्यता रद्द करने की मांग उठी तो माल्या ने 2016 में लंदन से इस्तीफा भेज दिया था।