खालिस्तान वाले बयान से नाराज हुई पार्टी, पंजाब के विधायक से नहीं मिले अरविंद केजरीवाल

आम आदमी पार्टी के टॉप लीडरशिप ने पंजाब के आप विधायक सुखपाल सिंह खैरा के बयान से गहरी नाराजगी जताई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार (20 जून) को उनसे मिलने से इंकार कर दिया। सुखपाल सिंह खैरा ने पंजाब में ‘जनमत संग्रह 2020’ को कथित तौर पर समर्थन दिया था। ‘जनमत संग्रह 2020’ अमेरिका और विदेशों में बसे कट्टरपंथी सिखों का एक अभियान है, जो कथित तौर पर सिखों को न्याय दिलाना चाहता है और स्वतंत्र सिख राज्य खालिस्तान की स्थापना करना चाहता है। आप नेताओं ने बताया कि पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता खैरा आप के वरिष्ठ नेताओं से मिलने के लिए इस समय में दिल्ली में थे। उसके साथ पार्टी के आठ दूसरे विधायक भी थे। खैरा ने बाद में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से मुलाकात की। सिसोदिया ने खैरा की खिंचाई की और उनसे कहा कि वह अपने बयान को लेकर सफाई दें।

आम आदमी पार्टी के टॉप लीडरशिप ने पंजाब के आप विधायक सुखपाल सिंह खैरा के बयान से गहरी नाराजगी जताई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार (20 जून) को उनसे मिलने से इंकार कर दिया। सुखपाल सिंह खैरा ने पंजाब में ‘जनमत संग्रह 2020’ को कथित तौर पर समर्थन दिया था। ‘जनमत संग्रह 2020’ अमेरिका और विदेशों में बसे कट्टरपंथी सिखों का एक अभियान है, जो कथित तौर पर सिखों को न्याय दिलाना चाहता है और स्वतंत्र सिख राज्य खालिस्तान की स्थापना करना चाहता है। आप नेताओं ने बताया कि पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता खैरा आप के वरिष्ठ नेताओं से मिलने के लिए इस समय में दिल्ली में थे। उसके साथ पार्टी के आठ दूसरे विधायक भी थे। खैरा ने बाद में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से मुलाकात की। सिसोदिया ने खैरा की खिंचाई की और उनसे कहा कि वह अपने बयान को लेकर सफाई दें।

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