खौफनाक जुर्म: लोगों को एड्स मरीज बनाने के लिए ऐप की मदद लेता था समलैंगिक नाई, हुई आजीवन जेल
यूनाइटेड किंगडम (यूके) में एक समलैंगिक नाई की काली करतूत सामने आई है। वह पुरुषों को एक्वायर्ड इम्यून डिफिशियंसी सिन्ड्रोम (एड्स) का शिकार बनाने की फिराक में रहता था। लोगों में ह्यूमन इम्यून वाइरस (एचआईवी) फैलाने के लिए वह डेटिंग ऐप्लीकेशन का सहारा लेता था। मर्दों से यहां संपर्क साधने के बाद वह बातचीत आगे बढ़ाता था। दोषी खौफनाक जुर्म को अंजाम देने का प्रयास करता था। मगर समय रहते पीड़ित उसकी हरकतों को भांप गए। अलग-अलग जगह के 10 लोगों ने उसके खिलाफ शिकायत दी। मामला पुलिस से अदालत तक पहुंचा। कोर्ट ने हाल ही में उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई है, जिसके तहत उसे न्यूनतम 12 साल सलाखों के पीछे काटने होंगे।
दोषी की पहचान डारिल रोव के रूप में हुई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वह देश का पहला ऐसा इंसान है, जो ग्रिन्डर गे डेटिंग ऐप के जरिए पुरुषों में एचआईवी फैलाना चाहता था। 27 वर्षीय आरोपी पर बीते साल नवंबर में 10 लोगों ने इस संबंध में आरोप लगाए थे, जिसमें पांच ने गंभीर शारीरिक नुकसान पहुंचाने और बाकी के पांच ने नुकसान पहुंचाने के प्रयास की बात शामिल थी।
ब्राइटन क्राउन कोर्ट ने इस बाबत उसे दोषी करार दिया है और 12 साल की जेल की सजा सुनाई है। जज क्रिस्टीन हेन्सन क्यूसी ने सजा सुनाते हुए उसके जुर्म को नफरत फैलाने वाला बताया। जज ने इस दौरान कहा, “तुम अपनी बाकी की जिंदगी बाकी लोगों के लिए खतरा हो।” एडिनबर्ग में साल 2015 में रोव की मुलाकात एक ग्रिन्डर पर कुछ लोगों से हुई थी, जिसके बाद उसने उनमें से आठ के साथ तब से लेकर फरवरी 2016 तक ब्राइटन, ईस्ट ससेक्स में शारीरिक संबंध बनाए थे।
रोव उसके बाद पुलिस से बचकर देश के उत्तर पूर्वी हिस्से में भाग निकला, जहां उसने दो अन्य लोगों को खौफनाक जुर्म का शिकार बनाने की कोशिश की। वह पुरुषों के साथ असुरक्षित संबंध बनाता था और दावा करता था कि वह बिल्कुल पवित्र है। लोग जब मना करते, तब वह कंडोम इस्तेमाल करने की बात उन्हें धोखा देता था। उन्हीं में से एक को गुस्से में आकर उसने मैसेज किया था, “मुझे एचआईवी है।” अधिकारियों के सामने वह हमेशा झूठ बोलता और पीड़ितों के सामने नाम बदलकर आता। रोव के पहले पीड़ित ने बताया, “डारल ने मेरी जिंदगी तबाह कर दी। ऐसे जीने से ज्यादा अच्छा होता कि वह मुझे मार डालता।”