गठबंधन टूटने के बाद तेजस्वी ने नीतीश को पत्र लिखकर मांगी मदद, कहा ‘चाचा’
लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मदद मांगी है। यह मदद ऐसे वक्त में मांगी गई है जब दोनों पार्टियां एक दूसरे की विरोधी हो गई हैं। दरअसल, तेजस्वी को उनका सरकारी बंगला खाली करवाने का नोटिस मिला है। लेकिन वह उसको बदलना नहीं चाहते। इसलिए उन्होंने नीतीश को बड़ी ही शालीन भाषा में पत्र लिखा है। दरअसल, आरजेडी, जदयू और कांग्रेस के गठबंधन वाली सरकार में तेजस्वी यादव बिहार के डिप्टी सीएम थे। तेजस्वी को रहने के लिए उनको सर्कुलर रोड पर सरकारी बंगला मिला हुआ था। लेकिन जब नीतीश ने उनकी पार्टी से गठबंधन तोड़कर बीजेपी को अपने साथ करके सरकार बना ली है और सुशील कुमार मोदी को बिहार का डिप्टी सीएम बना दिया है। वह बंगला उनको ही दिया जाना है।
एनडीटीवी की खबर के मुताबिक, तेजस्वी यादव को पिछले हफ्ते नोटिस भेजा गया था। तेजस्वी वह बंगला खाली नहीं करना चाहते। क्योंकि वहां से नीतीश के साथ-साथ तेजस्वी के पिता लालू यादव और मां राबड़ी देवी को मिला बंगला भी सड़क पार ही है। वहीं सुशील कुमार जिस बंगले में फिलहाल रह रहे हैं वह कुछ किलोमीटर दूर है। वही तेजस्वी को दिया जा सकता है, लेकिन तेजस्वी दूर जाना नहीं चाहते।
दिया यह तर्क: जिस बंगले में सुशील मोदी रह रहे हैं वह उनको 2005 में दिया गया था जब वह डिप्टी सीएम बने थे। लेकिन जब 2013 में नीतीश ने बीजेपी से 17 साल पुराना गठबंधन तोड़कर आरजेडी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई तो भी उन्होंने सुशील का बंगला नहीं बदला और उनको वहीं पर रहने दिया। यही बात तेजस्वी ने नीतीश को याद दिलाई है। खबर के मुताबिक, पत्र में नीतीश को ‘चाचा’ लिखा गया है। तेजस्वी अक्सर नीतीश को ऐसे ही बुलाते थे। लेकिन नीतीश शायद ही तेजस्वी की मदद करें क्योंकि ऐसे में बाकी पूर्व मंत्री ऐसे ही दावे करके बंगला बदलने से इंकार कर सकते हैं।