गणेश चतुर्थी: भगवान गणेश को लगाएं वरन भात का भोग, पढ़े विधि

हमारा देश भारत त्योहारों का देश है और आज पूरे देश में गणेश चतुर्थी बहुत ही धूम-धाम से मनाई जा रही है। इस दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था। गणेश चतुर्थी का त्योहार पूरे दस दिन तक मनाया जाता है। इस दिन लोग अपने घरों में भगवान गणेश कि मूर्ति कि स्थापना करते हैं। इसके बाद दस दिनों तक उनकी पूजा की जाती है। आपको बता दें कि भगवान गणेश खाने-पीने के बहुत शौकीन हैं और इस बार आप भी अपने घर में भगवान गणेश को ला रहे हैं तो आपको बता दें कि उन्हें उनके मनपसंद भोग में से एक वरन भात है जो उन्हें बेहद पसंद हैं। वैसे तो उनकी पसंदीदा चीज मोदक हैं, पर वरन भात एक ऐसी डिश है जिसे महाराष्ट्र के लोग आज के दिन जरूर बनाते हैं और भगवान गणेश को भोग लगाते हैं।

वरन भात भोग के साथ सब्जियों के पकवान जैसे आलू कि सब्जी, बीन्स, आलू पकोड़ा आदि उनके भोग में लगता है। मिठाई में पूरण पोली, पथोली, लड्डू, और मोदक का भोग भगवान गणेश को लगाया जाता है। गणेश चतुर्थी के अवसर पर हम आपको बताने जा रहे हैं वरन भात बनाने कि विधि और ध्यान रहे जब इस अवसर पर वर्ण भात बनाए तो उसमें लहसुन बिलकुल भी ना प्रयोग करें।

वरन भात बनाने कि सामग्री-
– आधा कप अरहर की दाल
– दो कप पानी
– दो टमाटर
– एक चौथाई हल्दी पाउडर
– नमक स्वादानुसार
– आधा चम्मच राई
– आधा चम्मच जीरा
– एक चम्मच हींग
– दो हरी मिर्च
– दस करी पत्ता
– दो चम्मच कटी हुई धनिया कि पत्तियां
– दो चम्मच घी
– एक कप चावल

 

 
 वरन भात बनाने कि विधि-
– दाल, टमाटर और हल्दी कुकर में डाल कर हल्की आंच पर 7 से 8 सीटी लगवाएं।
– इसके बाद कुकर खोल कर डाल को अच्छे से मैश कर लें।
– दाल गाढ़ी लगने पर जरूरत के अनुसार उसमें पानी डालें।
– दाल को थोड़ी देर हल्की आंच पर पकाएं।
– एक पैन में घी गर्म करने के लिए रखें।
– इसके बाद उसमें सरसों के बीज, जीरा, करी पत्ता और हरी मिर्च डाल कर पकाएं।
– इस तड़के को दाल में डाल दें और पांच मिनट के लिए उसे बंद करके छोड़ दें जिससे उसके फ्लेवर दाल में मिक्स हो जाए।
– धनिया कि पत्तियों से उसे गार्निश करें. इसे गर्म चावल के साथ सर्व करें।
– सर्व करने से पहले इसमें नारियल भी डाल सकते हैं ये स्वाद को और भी बढ़ा देता है।

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