गाउन पहन मंदिर पहुंची लेडी इंस्पेक्टर, टोकने पर महिला की कर दी धुनाई
मुंबई के एक उप-नगरीय इलाके में बने एक मंदिर में महिलाओं के गाउन पहनकर जाने पर बैन लगा दिया गया है। कल्याण ईस्ट इलाके में बने तिसाई मंदिर में महिलाओं को गाउन पहनकर जाने की इजाजत नहीं है। आशा गायकवाड़ नाम की महिला ने जब गाउन पहनकर मंदिर में प्रवेश करना चाह रही एक महिला पुलिसकर्मी को रोका तो उसने प्रतिरोध किया। आशा ने नियम का हवाला दिया और आपत्ति जताई। मगर महिला सब-इंस्पेक्टर प्रतीक्षा लकड़े ने उसकी पिटाई कर दी। प्रतीक्षा के हाथों मार खाकर आशा जमीन पर गिर गई, मगर महिला पुलिसकर्मी ने तब भी उसपर लातों की बरसात जारी रखी। पूरी घटना मंदिर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। जब आशा ने कोलसेवाड़ी पुलिस थाने में संपर्क कर मामले की शिकायत दर्ज करानी चाही तो पुलिस ने सब-इंस्पेक्टर प्रतीक्षा के खिलाफ गैर-संज्ञेय शिकायत दर्ज कर ली।
मंदिर द्वारा जारी किया गया आदेश कई लोगों को पसंद नहीं आ रहा। इंडिया टुडे ने इसी मोहल्ले में रहने वाली हेमलता कांबले के हवाले से लिखा है, ”मंदिर का आदेश बकवास है मगर इससे किसी ऐसे व्यक्ति को, जिसपर कानून-व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी है, ये इजाजत नहीं मिलती कि वह हिंसक गतिविधि करें और आदेश का समर्थन करने वालों को पीटे।”
कुछ दिन पहले मुंबई की ट्रैफिक पुलिस का एक अलग रूप सामने आया था। पहले वीडियो में पुलिस उस कार को खींचते हुए दिख रही है जिसमें एक महिला अपने 7 महीने के बच्चे को गोद में लेकर बैठी है और उसे दूध पिला रही है। हालांकि दूसरा वीडियो सामने आने पर स्थिति थोड़ी साफ हुई।