गाजीपुर में छुट्टा घूमने वाले सांड़ों से परेशान हैं किसान

कभी अपने जन्म पर किसानों के लिए खुशी का कारण बनने वाले गाय के बछड़े आज गाजीपुर के किसानों के लिए परेशानी का पर्याय बन गए हैं। किसानों की फसल को रात भर चरने का काम बछड़े और सांड मिलकर कर रहे हैं। इस कारण भीषण ठंड में रतजगा कर किसानों को फसल की रक्षा करनी पड़ रही है। किसानों ने इस मुसीबत से मुक्ति दिलाने की मांग सरकार से की है। गाजीपुर जिले के किसान रामअवध कुशवाहा फसली खेती के साथ-साथ बड़े पैमाने पर सब्जी भी उगाते हैं। उनका कहना है कि आजकल झुंड बनाकर बछड़े और सांड रात में खेत की ओर रुख कर रहे हैं। वे गेहूं, आलू, मटर, चना आदि फसलों को खा रहे हैं। किसान उनसे इतने परेशान हैं कि उन्हें शीतलहर में रात रात भर खेतों में बिताना पड़ रहा है ताकि बछड़ों और सांडों से फसलों को बचा सकें।

उन्होंने बताया कि पहले इक्का-दुक्का सांड खेतों में आ जाते थे। उन्हें खेत से किसान भगा देता था। मगर आज स्थिति काफी खराब हो गई है। जानवरों के झुंड खेतों में घुस कर फसलों को तबाह कर रहे हैं। बड़े रकबे में खेती करने वाले किसान राम बहादुर सिंह का कहना है कि गाय को संरक्षण देना अच्छी बात है। लेकिन सांडों को खुलेआम विचरण करने देना किसानों के हित के एकदम विपरीत साबित हो रहा है। कृषि कार्य में उपयोगिता को खो चुके बछड़ों को किसान अब पालने-पोषने की जगह छुट्टा सड़कों पर छोड़ दे रहे हैं। ये सांड बनकर उत्पात मचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसानों के हित के लिए जरूरी है कि सांडों का उत्पाद बंद किया जाए। बूचड़खाना चलाने वाले तमाम लोग पहले इन बछड़ों को खरीद कर या चुरा कर उनका वध कर डालते थे। उससे वह आर्थिक लाभ कमाते थे। आज चार-छह की संख्या में सांड खेतों में घुसकर फसलों को चट कर रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार को किसानों के हित में सांडों से फसल की सुरक्षा के लिए जरूरी नीति बनानी चाहिए।

ऐसा नहीं होता है तो किसानों की फसल को भारी नुकसान होगा। इस संवाददाता ने रविवार को जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में दिनभर घूम कर सचाई जानने का प्रयास किया तो किसानों की बातों में दम दिखा। खेतों में फसलें बीच बीच में सांडों द्वारा खाई दिखी। किसानों ने बताया कि पहले रात में पशुचोर बछड़ों को चुरा ले जाते थे। मगर यह चोरी अब बंद हो गई है। अब तो रात में दूसरे जिले के सांड लाकर हमारे जिले में छोड़े जा रहे हैं। इतना ही नहीं अब वह वापसी में किसानों के छप्पर आदि में बंधे गए दुधारू पशुओं की जबरदस्ती हथियार के बल पर चोरी कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सांडों के आतंक से छुटकारा दिलाने के लिए कदम उठाएगी। उन्होंने सुझाव दिया है कि बछड़ों के लिए पूर्व वाली व्यवस्था लागू की जाए। सरकार चाहे तो ग्रामीण क्षेत्रों में चारागाह की जमीन अवैध कब्जों से मुक्त कराकर वहां चारे वाली फसल की बुवाई कराए।
सांडों को पकड़कर रखने की व्यवस्था करें।

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