गार्ड ऑफ ऑनर के बीच बेहोश होकर गिरा जवान, PM नरेंद्र मोदी ने पास जाकर जाना हाल
गार्ड ऑफ ऑनर लेने के दौरान एक जवान बेहोश हो गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जैसे ही इस बारे में पता लगा, वह फौरन उसका हाल-चाल जानने पहुंचे। राष्ट्रपति भवन में इससे पहले जवान पीएम मोदी के साथ सेशेल्स के राष्ट्रपति डैनी फॉरे को गार्ड ऑफ ऑनर दे रहे थे। आपको बता दें कि सेशेल्स के राष्ट्रपति पहली बार द्विपक्षीय दौरे पर भारत आए हैं। सोमवार (25 जून) को वह पीएम मोदी के साथ नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन पहुंचे हुए थे। यहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया जा रहा था।
परंपरा के बीच उन्हीं में से एक जवान को चक्कर आ गया। वह इसके बाद वहीं गिरकर बेहोश हो गया। पीएम मोदी ने इसी के बाद संवेदनशीलता दिखाई। वह फट से उस जवान के पास पहुंचे। पीएम के साथ उस दौरान उनके दो सुरक्षाकर्मी भी मौजूद थे। पीएम ने इसके बाद उसका हाल-चाल लिया। बेहोश हुए जवान की हालत तेज धूप के कारण बिगड़ी थी। हालांकि, अब उसकी तबीयत पहले से ठीक है। बहरहाल, पीएम ने जिस तरह से जवान के लिए चिंता जताई, उसकी सोशल मीडिया पर खूब तारीफ की गई।
ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब पीएम ने जवानों या फिर सैनिकों के प्रति अपनी संवेदनशीलता दिखाई हो। वह इससे पहले जर्मनी के बर्लिन में भी कुछ ऐसा ही कर चुके हैं। हुआ यूं था कि तब पीएम, एंजला मर्केल के साथ गार्ड ऑफ ऑनर ले रहे थे। अचानक एक जवान तब बेहोश हो गया था, जिसके बाद वह फौरन उसके पास पहुंचे थे। वह जवान अधिक ठंड के चलते बेहोश हो गया था।
गार्ड ऑफ ऑनर है क्या?: खास मौकों पर अति विशिष्ट शख्सों (वीआईपी) के आने पर उनके सम्मान में सुरक्षाबलों के अधिकारी और कर्मचारी गार्ड ऑफ ऑनर देते हैं। परंपरा के दौरान अधिकारी व सुरक्षाकर्मी बैंड के साथ कदम और ताल मिलाते हैं और मार्च करते हुए निकलते हैं। वे सभी उस दौरान वीआईपी को सलामी भी देते हैं।
किसके लिए ये प्रोटोकॉलः यह परंपरा राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, उपराज्यपाल, रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, गृह राज्य मंत्री, मुख्यमंत्री, किसी भी राज्य के गृह मंत्री, डीजीपी, एडीजीपी, आईजीपी, डीआईजीपी, दूसरे देश के राष्ट्राध्यक्ष और किसी अन्य देश के उप राष्ट्राध्यक्ष के आने पर भारत में अमल में लाई जाती है।