गुजरात चुनाव: इन 16 सीटों पर बाल-बाल बचे विजेता उम्मीदवार, बीएसपी ने करवाया बीजेपी का फायदा
गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने एक बार फिर जीत हासिल कर ली है और अब वह राज्य में छठी बार सरकार बनाने की तैयारियों में है। विधानसभा की 182 सीटों में से बीजेपी ने 99 सीटों पर कब्जा किया है तो वहीं राहुल गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस पार्टी ने कड़ी टक्कर देते हुए 77 सीटें जीती हैं। भले ही कांग्रेस का गुजरात की सत्ता हासिल करने का सपना अधूरा रह गया हो, लेकिन पार्टी ने बीजेपी को कड़ी टक्कर दी। बीजेपी को 150 सीटें जीतने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने खुद 150 सीटें जीतने की बात कही थी, लेकिन पार्टी तीन अंकों के आंकड़े को छू भी नहीं पाई।
बीजेपी ने 99 सीटें जीतते हुए गुजरात में भले ही कब्जा कर लिया हो, लेकिन बहुत सी ऐसी सीटें हैं जहां पार्टी ने 2000 से भी कम वोटों के मार्जिन से जीत हासिल की है। गुजरात में कुल 16 विधानसभा सीटें ऐसी हैं, जहां बीजेपी ने 2000 से भी कम वोटों के मार्जिन के साथ कब्जा किया है। कुछ सीटों में तो मार्जिन 200 वोटों के आसपास रहा। हिमतनगर, पोरबंदर, विजापुर, देवदार, डांग, मानसा और गोधरा जैसी विधानसभा सीटों पर बीजेपी को कांटे की टक्कर का सामना करना पड़ा।
ढोकला और फतेपुरा जैसी सीटों में बीजेपी को बीएसपी और एनसीपी जैसी पार्टियों ने काफी फायदा पहुंचाया। इन पार्टियों ने कांग्रेस के वोटर्स को शिफ्ट करने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और बीजेपी को इसका फायदा मिला। ढोकला में बीजेपी ने 71530 वोट्स हासिल किए तो वहीं कांग्रेस ने यहां 71203 मत पाए। इसके अलावा अगर फतेपुरा की बात की जाए तो इस सीट में बीजेपी के रमेशभाई ने 60250 वोट्स पाए तो वहीं कांग्रेस कुछ वोटों से चूक गई और 57539 मत हासिल किए। केवल बीएसपी और एनसीपी जैसी पार्टियों ने ही बीजेपी को फायदा नहीं पहुंचाया, बल्कि निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी कांग्रेस के वोट काटने का काम किया।
केवल बीजेपी को ही निर्दलीय उम्मीदवारों से फायदा नहीं मिला बल्कि कांग्रेस को भी कई सीटों पर इन उम्मीदवारों से फायदा मिला। आदिवासी वर्चस्व वाली सीट डांग सीट पर कांग्रेस ने महज 768 वोटों के अंतर से जीत हासिल की। यहां कांग्रेस को 57820 वोट्स मिले तो वहीं बीजेपी के उम्मीदवार को 57052 मत मिले। निर्दलीय उम्मीदवार को इस सीट पर तीन हजार से ज्यादा वोट मिले।