गुजरात चुनाव में जारी ‘धर्मयुद्ध’, जेटली ने कहा- नकली हिंदुत्व को नकार देगी जनता
भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने गुजरात विधानसभा चुनाव के प्रचार के बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की मंदिर यात्राओं को खारिज करते हुए कहा कि जब असली हिंदुत्व पार्टी उपलब्ध है तो लोग इसके ‘क्लोन’ को नकार देंगे। केंद्रीय वित्त मंत्री ने मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली पूर्ववर्ती यूपीए सरकार पर भी हमला बोला। पूर्व प्रधानमंत्री सिंह भी शनिवार को सूरत में ही थे। राहुल गांधी के मंदिर दौरों के बारे में पूछे गए सवालों पर जेटली ने कहा कि हम हिंदूवाद से जुडे हैं, अगर लोग हमारी नकल करते हैं तो हम क्या कर सकते हैं। लेकिन आधारभूत सिद्धांत यह है कि अगर असली उपलब्ध है तो लोग नकली प्रतिरूप के लिए क्यों जाएंगे? उन्होंने आरोप लगाया कि सिंह के नेतत्व वाली सरकार… जिसने दस साल शासन किया… सर्वाधिक भ्रष्ट सरकार थी। भाजपा नेता ने कहा कि वह (यूपीए) नेताहीन सरकार थी। कहा जाता था कि तत्कालीन प्रधानमंत्री कार्यालय में तो थे लेकिन सत्ता में नहीं। तब आदेश नीतिगत पंगुता का था। उन्होंने कहा कि वर्ष 1980 में गुजरात ने देखा कि सामाजिक ध्रुवीकरण की राजनीति होने पर राज्य का एजंडा बदल गया। लेकिन भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद राज्य ने सामाजिक ध्रुवीकरण की राजनीति छोड़ दी। जेटली ने कहा कि 1980 के दशक में गुजरात ने इसकी बड़ी राजनीतिक कीमत चुकाई। कांग्रेस आज वही पुरानी राजनीति वापस लाने के प्रयास में है। इस सामाजिक ध्रुवीकरण का नतीजा जाति के आधार पर विभाजन के रूप में मिलता है। यह विकास से नीति का विचलन होगा।
भाजपा की लोकसभा सांसद मीनाक्षी लेखी ने भी शनिवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के ‘शिवभक्त’ होने के दावे पर सवाल उठाया और उनसे कहा कि वे भगवान राम पर अपना रुख स्पष्ट करें। मीनाक्षी ने कहा कि कांग्रेस नीत यूपीए सरकार ने 2007 में सुप्रीम कोर्ट में रामसेतु मामले में दायर एक हलफनामे में भगवान राम के अस्तित्व से इनकार किया था।
मीनाक्षी ने नई दिल्ली में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि गांधी को भगवान शिव का भक्त होने का दावा करने से पहले भगवान राम के अस्तित्व को स्वीकार करना चाहिए। वकील व राजनीतिज्ञ मीनाक्षी ने कहा कि भगवान राम पर राहुल गांधी का रुख क्या है क्योंकि यूपीए सरकार ने रामसेतु को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दायर एक हलफनामे में भगवान राम के अस्तित्व से इनकार किया था जो कि एक परम शिवक्त हैं?उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू द्वारा सोमनाथ मंदिर के पुर्निनर्माण पर कथित आपत्ति के संबंध में नेहरू…गांधी परिवार के अतीत पर सवाल उठाया। उन्होंने नरेंद्र मोदी सरकार के नोटबंदी के निर्णय की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह जनधन योजना के तहत गरीबों के लिए 27 करोड़ बैंक खाते खोले जाने के बाद किया गया।