गुजरात चुनाव: लाइन में लगकर पीएम मोदी ने डाला वोट, बड़े भाई का भी लिया आशीर्वाद
गुजरात विधानसभा चुनाव 2017 के दूसरे चरण के मतदान में गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वोट डालने पहुंचे। उन्होंने साबरमती के राणिप पोलिंग बूथ पर अपना वोट डाला। वोट डालने से पहले पीएम मोदी लाइन में भी लगे। इससे पहले, उन्होंने बड़े भाई सोम मोदी का आशीर्वाद भी लिया। वोट डालकर बाहर निकलने के बाद मोदी ने वहां मौजूद लोगों से न केवल हाथ मिलाया, बल्कि स्याही लगी अपनी उंगली भी पत्रकारों को दिखाई। पोलिंग बूथ पर मोदी की सुरक्षा के लिहाज से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। एसपीजी कमांडोज में घिरे मोदी ने वहां खड़ी भीड़ को निराश नहीं किया और हाथ हिलाकर अभिवादन किया। वहीं, पीएम की मां हीराबेन ने भी आज गांधीनगर के आर्यभट्ट हाई स्कूल में स्थित मतदान केंद्र में अपना वोट डाला। उनके साथ उनके छोटे पुत्र पंकज मोदी और परिवार के अन्य सदस्य भी थे। प्रधानमंत्री की मां ने अपना वोट डालने के बाद मतदान केंद्र के बाहर खड़े मीडियार्किमयों को स्याही लगी हुई उंगली दिखाई। उनकी उम्र 90 वर्ष के करीब है। उन्होंने मतदान केंद्र से बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘”भगवान गुजरात का कल्याण करें।” वह उन मतदाताओं में से एक हैं, जिन्होंने मतदान शुरू होने के बाद जल्दी ही अपना वोट डाला। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल भी शामिल हैं।
पटेल ने अहमदाबाद के घाटलोदिया विधानसभा क्षेत्र में एक मतदान केंद्र पर वोट डाला, जहां से वह विधायक हैं। वह इस बार चुनाव नहीं लड़ रही हैं। इस बार भाजपा ने इस सीट से भूपेंद्र पटेल को उतारा है जिनका मुकाबला कांग्रेस के शशिकांत पटेल से है। आनंदीबेन पटेल ने अपना वोट डालने के बाद संवाददाताओं से कहा, “मुझे विश्वास है कि भाजपा ने अपने लिए जो लक्ष्य तय किया है। वह उसे हासिल करेगी और पार्टी एक बार फिर सरकार बनाएगी। हमारे उम्मीदवार को मुझसे भी ज्यादा वोट मिलेंगे और पाटीदार मुद्दे का हम पर असर नहीं पड़ेगा।” गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण के लिए आज उत्तर और मध्य गुजरात की 93 सीटों पर मतदान चल रहा है।
आज के चुनाव में करीब 2.22 करोड़ मतदाता वोट डालेंगे। दूसरे चरण के चुनाव के लिए कुल 851 उम्मीदवार मैदान में हैं। गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा के पहले चरण के चुनाव में 89 सीटों पर नौ दिसंबर को मतदान हुआ था। यह चुनाव प्रधानमंत्री मोदी के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई के तौर पर देखा जा रहा है और कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व के लिए परीक्षा है। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 115 सीटें जीती थी जबकि कांग्रेस ने 61 सीटों पर जीत दर्ज की थी। मतगणना 18 दिसंबर को की जाएगी।