गुजरात चुनाव 2017: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पहनने लगे हैं रुद्राक्ष की माला?
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी रुद्राक्ष की माला पहनने लगे हैं। समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा जारी की गई तस्वीरों में राहुल के गले में रुद्राक्ष की माला दिख रही है। राहुल ने मंगलवार (12 दिसंबर) को अहमदाबाद के जगन्नाथ मंदिर में दर्शन के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें वह कुर्ता-पायजामा पहनकर सामने आए। राहुल की दादी व पूर्व प्रधानमंत्री राहुल गांधी भी रुद्राक्ष पहनती थीं। रुद्राक्ष को हिंदू भगवान शिव से जुड़ा हुआ माना जाता है और इसे अधिकतर शिव-भक्त पहनते हैं। राहुल ने कई बार कहा भी है कि वह शिव-भक्त हैं। अब यह अंदाज लगाया जा रहा है कि उन्हें जगन्नाथ मंदिर में प्रार्थना के बाद रुद्राक्ष की माला दी गई। राहुल और मंदिर के पुजारी दिलीप दास एक कमरे में रहे जहां मीडिया का जाना वर्जित था।
राहुल के गले में रुद्राक्ष की माला ऐसे समय में नजर आई है जब गुजरात चुनाव प्रचार के दौरान भारतीय जनता पार्टी उनके मंदिर जाने को लेकर हमलावर है। राहुल गुजरात के कई मंदिरों में जा चुके हैं, जिसे बीजेपी हिंदू वोट बटोरने का जरिया बताती रही है। राहुल गांधी ने मंगलवार को सवाल किया कि कि क्या उनका मंदिरों में जाना मना है? उन्होंने कहा कि मंदिरों में जाना उन्हें बेहद अच्छा लगा और वह जिस किसी मंदिर में गए, वहां गुजरात के सुनहरे भविष्य के लिए प्रार्थना की। एक संवाददाता ने जब विधानसभा चुनाव से पहले प्रचार के दौरान गुजरात के मंदिरों में जाने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, “क्या मंदिरों में जाने से मुझे मना किया गया है?
राहुल ने कहा, “हमने इस बार यात्रा शुरू की है..मैं जिस किसी मंदिर में गया, मैंने गुजरात के सुनहरे भविष्य के लिए प्रार्थना की, ताकि राज्य के युवाओं और किसानों का भविष्य उज्जवल हो।” यह पूछने पर कि वह केवल गुजरात में मंदिरों में क्यों गए, कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “क्या आपको याद नहीं है कि मैं केदारनाथ भी गया था, क्या केदारनाथ गुजरात में है?”
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “अगर आपको याद हो, उत्तराखंड में मैंने केदारनाथ के दर्शन किए थे। भाजपा का कहना है कि मैं मंदिरों में नहीं जाता.. जाइए और उत्तराखंड में पता लगाइए।” राहुल ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान आम तौर पर पार्टी सार्वजनिक सभा आयोजित करती है। हालांकि, उन्होंने कहा कि इस बार हमने एक ‘यात्रा’ या रोडशो आयोजित किया था।