गुजरात नगरपालिका चुनावों में बीजेपी का असेंबली जैसा हाल, 47 पर जीती, फायदे में रही कांग्रेस, 16 पर कब्जा
गुजरात में भाजपा ने 75 नगरपालिकाओं में से 47 में जीत दर्ज कर अपनी विजय का सिलसिला जारी रखा। प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस 16 नगरपालिकाओं में जीत दर्ज पाई, जबकि राकांपा और बसपा की झोली में एक-एक नगरपालिका गई। पिछले शनिवार को 75 नगरपालिकाओं के लिए मतदान हुआ था, जिनके नतीजे सोमवार को घोषित किए गए। राज्य निर्वाचन आयुक्त वारेश सिन्हा ने बताया, ‘‘भाजपा ने 47, कांग्रेस ने 16, और राकांपा और बसपा ने एक-एक नगरपालिका में जीत हासिल की है। निर्दलीय उम्मीदवारों की झोली में चार नगरपालिकाएं गई हैं, जबकि छह नगरपालिकाएं त्रिशंकु रहीं, जहां किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला।’’ पिछले बरस दिसंबर में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने लगातार छठी बार जीत दर्ज करते हुए 99 सीटें जीतीं थीं, जबकि कांग्रेस को 182 सदस्यीय विधानसभा में 77 सीटों से ही संतोष करना पड़ा था।
सिन्हा ने बताया कि 24 जिलों की 75 नगरपालिकाओं की 2,060 सीटों में से भाजपा ने 1,167 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस के पाले में 630 सीटें गई। राकांपा ने 28 और बसपा ने 15 सीटें जीतीं। अन्य छोटी राजनीतिक पार्टियों ने 18 सीटें अपने नाम की हैं। वहीं निर्दलीय प्रत्याशियों ने 202 सीटें हासिल कीं। उन्होंने कहा मतगणना की प्रक्रिया शांतिपूर्ण रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह नगर मेहसाणा जिले के वडनगर में भाजपा ने 28 सीटों में से 27 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि एक सीट कांग्रेस के खाते में गई है।
नतीजों के ऐलान के साथ ही भाजपा कार्यकर्ता गांधीनगर में स्थित पार्टी मुख्यालय में जश्न मनाने लगे, जबकि कांग्रेस ने कहा कि उसने सीटों की संख्या में इजाफा किया है। भाजपा प्रवक्ता भरत पांड्या ने कहा कि यह जीत कांग्रेस की नकारात्मक राजनीति और कार्यक्रमों के खिलाफ है। गुजरात के लोगों ने एक बार फिर से कांग्रेस की नकारात्मकता को खारिज कर दिया है। कांग्रेस नेता अल्पेश ठाकोर ने कहा कि पार्टी के पास पहले आठ नगरपालिकाएं थीं, लेकिन अब हमारे पास निर्दलियों के समर्थन से 20 नगरपालिकाएं होंगी।