गुजरात पुलिस का बयान: घोड़े पर बैठने के लिए नहीं लड़कियों को छेड़ने के आरोप में हुई थी दलित युवक की हत्या

गुजरात के भावनगर में 29 मार्च को हुई दलित युवक की हत्या को लेकर पुलिस ने शनिवार (31 मार्च) को बड़ा खुलासा किया है। पुलिस का कहना है कि 21 वर्षीय प्रदीप राठौड़ की हत्या घोड़े पर बैठने और उसे पालने के लिए नहीं बल्कि लड़कियों को छेड़ने के आरोप में हुई थी। जिला पुलिस अधीक्षक प्रवीण मल ने बताया कि शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि प्रदीप को लोगों ने घोड़े पर बैठने के लिए नहीं बल्कि लड़कियों को छेड़ने की वजह से मौत के घाट उतारा था। रिपोर्ट्स के मुताबिक पहले कहा जा रहा था कि दलित होने के बाद भी प्रदीप ने घोड़े को पाला था और उसकी सवारी करता था, इस बात से गुस्साए उच्च जाति के लोगों ने उसे मार डाला था।

प्रवीण मल ने जानकारी दी कि पुलिस ने इस मामले में पहले ही तीन लोगों को हिरासत में ले लिया है और जांच कर रही है। उन्होंने कहा, ‘जैसे की एफआईआर में जानकारी दी गई थी कि लड़के की हत्या घोड़ा पालने के कारण की गई थी, जांच में ऐसा कुछ साबित नहीं हुआ है। हमने जांच में पाया कि बहुत से लोगों ने प्रदीप के ऊपर लड़कियों को छेड़ने का आरोप लगाया है और हमें लग रहा है कि कुछ लोगों ने इसी वजह से उसकी हत्या की होगी।’

आपको बता दें कि भावनगर के टिंबी गांव का रहने वाला प्रदीप राठौड़ गुरुवार की शाम गांव की सड़कों पर मृत अवस्था में पड़ा मिला था। उसके पिता कालुभाई राठौड़ ने पुलिस में शिकायत कर बताया था कि घोड़ा खरीदने के बाद से ही प्रदीप को गांव के उच्च जाति के लोगों से धमकियां मिल रही थीं। कालुभाई ने उच्च वर्ग के लोगों के ऊपर आरोप लगाया कि उन्होंने घोड़ा खरीदने के कारण प्रदीप की हत्या कर दी। पुलिस ने इस मामले में कहा, ‘कुछ गांववासियों ने बताया कि प्रदीप जब भी लड़कियों को देखता वह अपने घोड़े और बाइक पर स्टंट किया करता था। वह अधिकतर लड़ाई भी करता था।’ इसके अलावा पुलिस ने बताया कि प्रदीप के पिता के ऊपर भी लोगों ने जमीन हड़पने का आरोप लगाया है।

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