गुजरात: रन फॉर यूनिटी में भगवा गमछा लपेट दौड़े ट्रेनी पुलिस अफसर, चुनाव आयोग ने कहा- कुछ गड़बड़ नहीं
भारत के पहले उप-प्रधानमंत्री और गृहमंत्री सरदार पटेल की जयंती पर वडोदरा में रन फॉर यूनिटी के तहत सैंकड़ों ट्रेनी पुलिस अधिकारियों के भगवा गमछा लपेटकर दौड़ने का मामला सामने आया है। इस दौड़ में उनके साथ भारतीय जनता पार्टी के नेता भी मौजूद थे। दिसंबर महीने में गुजरात में विधानसभा चुनाव हैं, ऐसे में वहां पर आचार संहिता लगी हुई है। आचार संहिता को ध्यान में रखते हुए जिला चुनाव अधिकारी इस आयोजन पर विशेष नजर बनाए हुए थे। जिला चुनाव अधिकारी पी भारती ने कहा है कि इस समारोह में किसी तरह की आचार संहिता के उल्लंघन का मामला सामने नहीं आया है। साथ ही भारती ने कहा, ‘पुलिस कर्मचारी दौड़ में हिस्सा ले सकते हैं, वे अपने विभाग के प्रमुख के आदेश पर इसमें शामिल हुए होंगे। कोई भी दौड़ में हिस्सा ले सकता है, इसका मतलब यह नहीं हुआ कि उन्होंने किसी राजनतीकि कैम्पेन में हिस्सा लिया है। इसमें आचार संहिता का उल्लंघन नहीं हुआ।’
एक सीनियर पुलिस अधिकारी का भी कहना है कि इसमें आचार संहिता का उल्लंघन नहीं हुआ है। अधिकारी ने कहा, ‘यह समारोह किसी पार्टी ने आयोजित नहीं किया था। यह स्थानीय लोगों ने आयोजित किया था।’ रन फॉर यूनिटी में हिस्सा लेने वाले भाजपा नेताओं में सांसद रंजन भट्ट, विधायक मनीषा वकील, योगेश पटेल और नगर निगम के मेयर भरत ढांगर भी शामिल थे। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी का कोई भी निशान सीधे तौर पर नहीं दिखाई दिया, हालांकि, दौड़ में हिस्सा लेने वालों को भगवा रंग का गमछा जरूर दिया गया था। पिछले साल दौड़ में हिस्सा लेने वालों को सफेद रंग की टीशर्ट दी गई थी, इस बार भगवा रंग का गमछा दे दिया, जिस पर रन फॉर यूनिटी प्रिंट किया हुआ था।
आयोजक कमेटी के सदस्यों ने इस बार कपड़े बदलने पर कोई टिप्पणी नहीं की है। स्थानीय पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के कार्यकर्ताओं सांसद भट्ट से भिड़ गए, उनका आरोप था कि भारतीय जनता पार्टी ने इस आयोजन को हाइजैक कर लिया। पाटीदार कार्यकर्ताओं ने कथित तौर पर सरदार पटेल की मूर्ति के पास नारे लगाए, जिसका भट्ट ने विरोध किया। कांग्रेस ने भी सरदार पटेल की जयंती पर मोटरसाइकिल रैली निकाली थी। कांग्रेस की रैली को प्रदेश कांग्रेश अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी ने हरी झंड़ी दिखाई थी।