गुरुग्राम के बाद हरियाणा के करनाल में नमाज पढ़ने से रोका, मस्जिद में तोड़फोड़
हरियाणा में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने वाली घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। गुरुग्राम में मुस्लिम समुदाय के लोगों को नमाज पढ़ने से रोकने की घटना से उपजा विवाद अभी थमा भी नहीं कि करनाल में दर्जन भर से ज्यादा अज्ञात उपद्रवियों ने एक मस्जिद में घुसकर वहां तोड़फोड़ की और नमाजियों को जान से मारने की धमकी भी दे डाली। शिकायत मिलने के बाद पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मस्जिद में तोड़फोड़ का मामला करनाल जिले के नेवल गांव का है। घटना के वक्त नमाज पढ़ने वाले लोगों ने बताया कि हमलावरों ने उनके साथ मारपीट और गाली-गलौच भी की। इसके अलावा मस्जिद की कच्ची दीवार ढहा दी गई और लाउडस्पीकर के तार भी तोड़ डाले। पीड़ितों का कहना है कि उपद्रवियों ने इस मस्जिद में नमाज न पढ़ने की धमकी दी है। नमाज के वक्त मस्जिद में अचानक से उपद्रव होने के कारण नमाजी नमाज भी पूरा नहीं पढ़ सके। इस घटना से पूरे क्षेत्र में तनाव है।
पुलिस पर लापरवाही का आरोप: बताया जाता है कि लाउडस्पीकर से अजान की आवाज से गुस्साए लोग मस्जिद में घुस आए और हंगामा किया। पीड़ितों को कहना है कि मस्जिद में घुसे लोगों ने कथित तौर पर मुसलमानों से कहा कि आगे से यदि मस्जिद से आवाज आई तो या तो तुम नहीं या हम नहीं। उपद्रवियों ने नमाज पढ़ रहे लोगों को मस्जिद से जबरन बाहर निकलने को भी कहा था। एक पीड़ित ने बताया कि घटना के वक्त उन्होंने बार-बार फोन कर कुंजपुरा थाने को घटना की जानकारी देने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस ने उनकी नहीं सुनी। इसके बाद समुदाय के लोग इकट्ठा होकर शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंच गए। हालांकि, पुलिस ने इन आरोपों को खारिज किया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने की बाद पुलिस मौके पर गई थी, लेकिन सभी लोग थाने आ गए थे, लिहाजा पुलिस को घटनास्थल से वापस लौटना पड़ा था।
गुरुग्राम में नमाज पढ़ने से रोका था: गुरुग्राम में 20 अप्रैल को नमाज पढ़ने के दौरान कुछ लोगों द्वारा बाधा उत्पन्न किया गया था। यह घटना शहर के सेक्टर-53 में हुई थी। मुस्लिम समुदाय के लोग नमाज पढ़ रहे थे, जब अचानक से तकरीबन आधा दर्जन युवक वहां पहुंचकर ‘जय श्री राम’ और ‘राधे-राधे’ चिल्लाने लगे थे। इसके बाद 4 मई को भी दक्षिणपंथी संगठनों के कार्यकर्ताओं द्वारा नमाज पढ़ने में व्यवधान पैदा करने का आरोप लगाया गया था। हिन्दुवादी संगठनों का आरोप था कि नमाज पढ़ने के नाम पर जमीन पर कब्जा कर उसे मस्जिद में मिलाने की साजिश रची जा रही है। बता दें कि इस घटना पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सख्त बयान दिया था। सीएम खट्टर ने रविवार को कहा कि नमाज मस्जिद या ईदगाह के अंदर ही पढ़नी चाहिए।