गुरुग्राम के रेयान स्कूल में छात्र की हत्या के बाद मुख्यमंत्री ने दिया निर्देश- हफ्ते भर में पूरी करें जांच

गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में दूसरी कक्षा के छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की टॉयलेट में गला रेत कर हत्या के बाद सख्ती दिखाते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने प्रशासन को सात दिन के भीतर इस मामले में जांच पूरी कर आरोपपत्र दायर करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने घटना पर शोक जताते हुए कहा कि सरकार अपराधी को सख्त से सख्त सजा दिलाने की कोशिश करेगी।  दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में शनिवार को पत्रकारों के सवालों की बौछार के बीच मुख्यमंत्री ने कहा कि जांच में दोषी पाए जाने पर रेयान इंटरनेशनल स्कूल के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। खट्टर ने कहा कि पूरे राज्य में स्कूलों में सुरक्षा खामियों की जांच के लिए एक कमेटी गठित की गई है। इसी प्रकार रेयान स्कूल मामले में संबंधित जिला शिक्षा अधिकारी व खंड शिक्षा अधिकारी की कमेटी से भी रिपोर्ट मांगी गई है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को निर्देश दिए गए हैं कि वे स्कूलों में सुरक्षा, सीसीटीवी इत्यादि की व्यवस्थाएं देखेंगे और इस संबंध में एक बा परिपत्र भी जारी किया जाएगा।

इस बीच, पोस्टमार्टम के बाद शनिवार को बच्चे का शव परिजनों को सौंप दिया गया। भोंडसी में बच्चे का अंतिम संस्कार किया गया। वहां सैकड़ों की संख्या में मौजूद लोगों ने गुरुग्राम के विधायक उमेश अग्रवाल, सोहना के विधायक तेजपाल और हरियाणा के लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह के खिलाफ नारे लगाए। ये लोग बच्चे के अभिभावकों को सांत्वना देने आए थे। बच्चे के शव का पोस्टमार्टम फोरेंसिक विशेषज्ञ दीपक माथुर ने किया। उन्होंने बताया कि बच्चे की गर्दन में दो कट लगे थे। उसका गला लगभग पूरी तरह कटा हुआ था। अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उसकी मौत हुई। उधर, मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद गुरुग्राम के पुलिस आयुक्त संदीप खिरवार ने गुरुग्राम में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हम सात दिन में जांच पूरी कर लेंगे। उन्होंने कहा कि पूरी कोशिश रहेगी कि फास्ट ट्रैक अदालत में मुकदमा चलाया जाए और अपराधी को अधिकतम सजा दिलाई जाए। इस मामले में गिरफ्तार कंडक्टर अशोक कुमार को शनिवार को अदालत में पेश किया गया जहां से उसे तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। खिरवार ने बताया कि अशोक कुमार यौन उत्पीड़न करने के इरादे से शौचालय के अंदर किसी छात्र के आने का इंतजार कर रहा था। पीड़ित बच्चा शौचालय में गया। उसने अशोक की हरकत का विरोध किया जिसके बाद अशोक ने उसकी हत्या कर दी। बच्चे का गला कटा हुआ था।

खिरवार ने बताया कि अशोक ने कहा कि वह डर गया था और यह सोच कर उसने बच्चे को मार डाला कि कहीं वह स्कूल प्रबंधन को अपराध के बारे में न बता दे। वह चाकू को शौचालय में ही छोड़ गया। वहां से जाने से पहले उसने हाथ भी धोए। यह सुनियोजित तरीके से किया गया अपराध था। खिरवार ने कहा कि अशोक ने अपराध में अपना हाथ पहले ही कबूल कर लिया है। पर इस बात की जांच की जाएगी कि इसमें कोई और भी शामिल था या नहीं। उन्होंने बताया अशोक के कपड़े और हत्या में इस्तेमाल चाकू को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। उसकी तीन दिन की पुलिस रिमांड के दौरान हम अपराध के क्रम के बारे में फिर से पूछताछ करेंगे और हर पहलू की जांच करेंगे। कुछ टीवी चैनलों ने आरोपी अशोक से सवाल पूछे और जानना चाहा कि क्या उसने अपराध को अंजाम दिया जिसका उसने हां में जवाब दिया। हत्या का कारण पूछे जाने पर उसने कहा, ‘मैं अपना विवेक खो चुका था।’ चाकू के बारे में पूछने पर उसने बताया कि स्कूल बस में चाकू हमेशा होता था और वह उसे धोने के लिए गया था।खिरवार ने कहा कि इस मामले में गठित जिला शिक्षा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी और महिला व बाल विकास विभाग के एक अधिकारी की तीन सदस्यीय समिति इस बारे में रिपोर्ट जमा करेगी कि स्कूल ने सुरक्षा नियमों का पालन किया या नहीं। रिपोर्ट सोमवार को आ सकती है और इसके नतीजों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

खिरवार ने कहा कि स्कूल प्रबंधन ने जिस सुरक्षा एजेंसी की सेवाएं ली थीं उस सुरक्षा एजेंसी का पंजीकरण रद्द कर दिया गया है। गुरुग्राम के जनसंपर्क अधिकारी आरएस सांगवान ने बताया कि रेयान इंटरनेशनल स्कूल की कार्यवाहक प्राचार्या नीरजा बत्रा को शनिवार को निलंबित कर दिया गया और पूरे सुरक्षा स्टाफ को हटा दिया गया। साथ ही स्कूल की सुरक्षा व्यवस्था में लगी सिक्यूरिटी एजंसी की मान्यता रद्द कर दी गई है।  केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि उनका मंत्रालय इस मामले की जांच कर रहा है और इस मामले में इंसाफ होगा। इस बीच, रयान इंटरनेशनल स्कूल ने एक बयान जारी कर कहा कि शुक्रवार की त्रासद घटना के बाद स्कूल प्रशासन ने संस्थान में सुरक्षा उपायों की गंभीरतापूर्वक समीक्षा की है। विशेषज्ञों की मदद से सभी जरूरी सुधारों और कदमों की जांच की जा रही है और उन्हें लागू किया जा रहा है। हम पुलिस से भी इस संबंध में मार्गदर्शन के लिए सलाह ले रहे हैं। बयान में आगे कहा गया है, ‘अपने प्यारे छात्र को खो कर हम स्तब्ध और दुखी हैं। अपने सभी छात्रों और स्टाफ की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रहे हैं।’

उधर, मृत छात्र के परिजनों का कहना है कि बस कंडक्टर को पुलिस मोहरा बना रही है, असली अपराधी कोई और है। परिजनों ने सरकार से इस मामले की सीबीआइ जांच कराने की मांग की। प्रद्युम्न की मां ज्योति ठाकुर ने पत्रकारों से कहा कि असली गुनहगार को बचाने के लिए बस कंडक्टर को मोहरा बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि उनके बच्चे ने स्कूल के टॉयलेट में स्कूल से जुड़े लोगों को कुछ गलत करते हुए देख लिया हो और सच्चाई बाहर न आने पाए इसलिए उसकी हत्या कर दी गई हो।घटना के विरोध में पूरे शहर में जगह जगह प्रदर्शन हुए और यातायात बाधित हुआ। दिल्ली-जयपुर राजमार्ग, अलवर-सोहना रोड और कई सड़कों पर प्रदर्शन के कारण यातायात बाधित रहा। स्कूल के बाहर भी स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया और सीबीआइ जांच की मांग की। उन्होंने इस मामले में स्कूल प्रबंधन पर मुकदमा चलाने की भी मांग की। स्कूल के बाहर बड़ी तादाद में पुलिसबल तैनात किया गया है।

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