गैसकांड: चीनी मिल पर कार्रवाई शुरू, 21 अधिकारियों ने इस्तीफा दिया

शामली में दस अक्तूबर को हुए गैस कांड के बाद प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी है। जिलाधिकारी के निर्देश पर मिल में बने गैस प्लांट को सीज कर दिया गया है। प्रशासन की कार्रवाई से मिल अधिकारियों मे हड़कंप मचा हुआ है। इसके भय से मिल के 21 अधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया है। वही इस मामले में अब तक मुज्जफरनगर से फरेंसिक टीम ने अलग-अलग स्थान से संदिग्ध पदार्थ व केमिकल के चार नमूने लिए। इन नमूनों को जांच के लिए आगरा प्रयोगशाला भेजा जाएगा। शामली के सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल में गैस रिसाव से 300 से अधिक बच्चे बेहोश हो गए थे। गन्ना मिल से निकले कूड़े को नष्ट करने के लिए कैमिकल डाला गया था। जिसकी दुर्गंध से बच्चों में खुजली जलन व बेहोशी होने लगी। बच्चों को उपचार के लिए जिला अस्पताल मे भर्ती कराया गया था। जिनमें से कुछ की हालत को गंभीर देखते हुए शामली के निजी अस्पतालों मे भर्ती कराया गया था।

घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कमिश्नर सहारनपुर को जांच सौंपी थी। शामली प्रशासन ने मिल पर कार्रवाई करते हुए मिल में बने गैस प्लांट को सीज कर दिया है। डीएम शामली ने शामली पुलिस को मिल पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश दे दिए हैं। वहीं मिल जीएम कुलदीप पिलानिया ने इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है। शामली में मुज्जफरनगर से फरेंसिक टीम ने स्थानीय पुलिस को साथ लेकर मौके का मुआयना किया। उन्होंने अलग-अलग स्थान से संदिग्ध पदार्थ व केमिकल के चार नमूने लिए।

इन नमूनों को जांच के लिए आगरा प्रयोगशाला भेजा जाएगा। शामली में फोरेंसिक व्यवस्था न होने के कारण कमिश्नर के आदेश पर मुजफ्फरनगर से पुलिस विभाग की फरेंसिक टीम शामली पहुंची। इस टीम ने नगर कोतवाली पुलिस को साथ लेकर मौका मुआयना किया। पांच सदस्यों वाली इस टीम ने इस दौरान टीम ने शुगर मिल के बायो गैस प्लांट में निरीक्षण किया। प्लांट से गांव खेडीकरमू वाले मार्ग पर सड़क पर पड़े केमिकल के अलग-अलग स्थानों से चार नमूने लिए। टीम प्रभारी वैज्ञानिक हरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि उन्होंने संदिग्ध पदार्थ व केमिकल के चार नमूने लिए है। उन्हें जांच के लिए आगरा प्रयोगशाला भेजा जाएगा। फोरेंसिक टीम प्रभारी वैज्ञानिक हरेंद्र कुमार ने बताया कि चार जगह से संदिग्ध पदार्थ व केमिकल के चार नमूने लिए हैं और चीनी मिल के बायो गैस प्लांट व स्कूल में जाकर भी जांच की है। इसके अलावा अध्यापकों से भी जानकार ली है। नमूने को आगरा प्रयोगशाला भेजा जाएगाए जांच के बाद ही कुछ पता चल पाएगा।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *