गोण्डा: योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में शामिल दारोगा का बेटा और नेशनल लेवल प्लेयर लूट केस में धराए
गोण्डा जिले में पुलिस ने सर्राफा व्यापारी के साथ हुई लाखों रुपए के लूट का खुलासा करते हुए दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लूट के जेवरात बरामद किए हैं। लूट काण्ड में मुख्यमंत्री की सुरक्षा में शामिल एक उपनिरीक्षक तथा एक सेवानिवृत्त उपनिरीक्षक के राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी पुत्र शामिल हैं। पुलिस ने घटना के सूत्रधार सर्राफा व्यापारी के मित्र व दो अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी का प्रयास तेज कर दिया है। प्रभारी निरीक्षक सदानंद सिंह ने बताया कि जिले के कर्नलगंज थाना क्षेत्र के अन्तर्गत गुड़ाही बाजार निवासी सर्राफा व्यापारी से बीते 8 अक्टूबर को लाखों रुपए के जेवरात उस समय लूट लिए गए थे, जब वे अपनी दुकान बंद करके घर वापस लौट रहे थे।
पुलिस के अनुसार, रविवार की देर शाम जांच के दौरान कटरा रोड स्थित रेलवे क्रासिंग के पास पुलिस को देखकर मोटर साइकिल सवार दो युवक भागने लगे। पुलिस ने उन्हें दौड़ाकर पकड़ा तो उन्होंने अपना नाम रवि सिंह पुत्र प्रेम कुमार सिंह, निवासी बरवलिया कलहंस थाना कर्नलगंज व सौरभ सोनी पुत्र रमाशंकर सोनी, निवासी गुड़ाही बाजार बताया। पुलिस ने रवि सिंह के पास से 500 ग्राम के करीब और सौरभ सोनी के पास से 310 ग्राम व 22 अदद सोने की कील भी बरामद की। रवि सिंह क्षेत्र के एक प्रभावशाली नेता का करीबी बताया जा रहा है।
पुलिस ने बताया कि दिलीप सोनी के पड़ोस में रहने वाला सौरभ सोनी ही लूट का मुख्य सूत्रधार है। घर की आर्थिक स्थिति ठीक न होने तथा बहन की शादी दिसम्बर माह में होने के कारण उसने इस घटना को अंजाम दिया। सौरभ का दिलीप के घर आना जाना था। उसे अच्छी तरह पता था कि दिलीप रोज लाखों का जेवर लेकर भंभुवा स्थित अपनी दुकान से आता-जाता है। यह बात जब उसने अपने दोस्त रवि सिंह निवासी बरवलिया को बताई। इसके बाद दोनों ने मिलकर लखनऊ के कुछ अपराधियों से लूट के लिए संपर्क साधा, जिसमें सरीफुद्दीन ऊर्फ समीर निवासी खिन्दूरी थाना कटरा बाजार, प्रवीण कुमार द्विवेदी निवासी कल्याणपुर थाना गुडम्बा जिला लखनऊ व अनुज पाल निवासी भोकलपुर थाना जाफरगंज जिला फतेहपुर शामिल हैं।
सरीफुद्दीन पुलिस विभाग के सेवानिवृत्त उपनिरीक्षक रहीमुद्दीन खां तथा प्रवीण द्विवेदी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में तैनात एसटीएफ के उपनिरीक्षक अरुण द्विवेदी का बेटा है। इसी गिरोह ने घटना को अंजाम दिया है। पुलिस ने बताया कि समीर, अनुज पाल व प्रवीण द्विवेदी लखनऊ के गुरु गोबिन्द सिंह खेल महाविद्यालय के पूर्व छात्र हैं। तीनों ने प्रदेश स्तरीय व राष्ट्रीय स्तर पर खेलों में पदक हासिल किए हैं, लेकिन रोजगार का अभाव व राजशाही शौक ने इन्हें अपराध की ओर ढ़केल दिया।
सौरभ व रवि तो पुलिस के हत्थे चढ़ गए लेकिन प्रवीन, सरीफुद्दीन व अनुज पाल अभी पुलिस की पकड़ में नही आ सके हैं। अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली टीम में कोतवाल सदानन्द सिंह, चैकी प्रभारी कस्बा बृजानन्द सिंह, एसआई उमेश तिवारी, सिपाही रज्जन लाल शाह, कृष्ण गोपाल गौड़, बालेन्दु यादव और प्रभुनाथ यादव आदि शामिल हैं।