गोमांस ले जाने के संदेह में पांच को पीट डाला

फरीदाबाद में शुक्रवार को गोरक्षकों के एक समूह ने एक आॅटो चालक और उसके चार मित्रों की इस संदेह में कथित तौर पर पिटाई कर दी कि वे गोमांस ले जा रहे हैं। पुलिस ने बताया कि आॅटो में मिले मांस की पशुपालन विभाग के डॉक्टरों से जांच कराई गई। शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि उक्त मांस भैंस का था। अब पुलिस ने आजाद की शिकायत पर मारपीट करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसके साथ ही मांस को गहनता से जांच के लिए फॉरेंसिक प्रयोगशाला भेज दिया गया है। इससे पहले पुलिस ने कथित गोरक्षकों के बयान पर घायल युवक और उसके साथियों के खिलाफ गोकशी रोकथाम कानून के तहत मामला दर्ज किया था। एनआइटी डीसीपी आस्था मोदी ने यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पशुपालन विभाग के डॉक्टरों द्वारा जांच के बाद गौमांस की बजाए भैंस के मांस की पुष्टि होने के बाद पीड़ितों के खिलाफ मामला रद्द किया जाएगा। वहीं पीड़ित की शिकायत पर भीड़ में मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि घटना के वीडियो की भी जांच की जा रही है और 7-8 लोगों की पुष्टि हो चुकी है, जबकि अन्य की तलाश की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस घटना में पांच लोगों के साथ मारपीट हुई थी।

पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है। अधिकारियों के अनुसार आजाद ने बताया है कि 13 अक्तूबर को वह अपने साथियों शहजाद, अहसान और दो अन्य के साथ आॅटो में भैंस का मांस लेकर फतेहपुर बिल्लौच से ओल्ड फरीदाबाद की ओर लौट रहा था। गांव बाजड़ी के पास लाठी डंडे लेकर खड़े 15-20 लड़कों ने उन्हें रुकने के लिए कहा। आॅटो चालक के अनुसार युवकों ने उन पर गोमांस की आपूर्ति का आरोप लगाते हुए उनकी पिटाई की। आजाद पिटाई में घायल हो गया। उसे बादशाह खान अस्पताल में भर्ती कराया गया। कथित गोरक्षकों ने पुलिस को बुलाया और सभी को उन्हें सौंप दिया।

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