गोवा में बीजेपी के सहयोगी पार्टी ने खनन समस्या नहीं सुलझने पर दी समर्थन वापस मेने की चेतावनी
गोवा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार में शामिल गोवा फारवर्ड ने गुरुवार को चेतावनी दी कि अगर जल्द से जल्द खनन मामले को नहीं सुलझाया गया तो पार्टी राज्य सरकार को समर्थन देने पर पुनर्विचार कर सकती है। गोवा फारवर्ड के अध्यक्ष व शहरी व ग्रामीण नियोजन मंत्री विजय सरदेसाई ने यहां कहा, “अगर भाजपा गोवा में जल्द से जल्द खनन को शुरू नहीं करती है तो उन्हें 2019 लोकसभा चुनाव में दिक्कत हो जाएगी। मैं उनसे जल्द से जल्द इस संकट को सुलझाने की गुजारिश करता हूं। अगर वे ऐसा नहीं करेंगे तो हम अपने समर्थन के बारे में दोबारा सोचेंगे।”
गोवा विधानसभा के 40 सदस्यीय विधानसभा में गोवा फारवर्ड के 3 विधायक हैं और यह पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में भी शामिल है। सरदेसाई ने कहा, “कर्नाटक के हश्र के बाद यह सोचा जा सकता था कि भाजपा खनन मुद्दे के हल के लिए तत्काल कदम उठाएगी, लेकिन यह तथ्य जानते हुए कि पार्टी गोवा व केंद्र दोनों जगह सत्ता में है, इसे हल करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया।”
40 सदस्यीय गोवा विधानसभा में भाजपा के 14 विधायक हैं और पार्टी गोवा फारवर्ड और महराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के तीन-तीन विधायक और तीन स्वतंत्र विधायकों की सहायता से सत्ता पर काबिज है।
सर्वोच्च न्यायालय ने 15 मार्च को गोवा में सभी खनन गतिविधियों पर रोक लगा दी थी, जिसमें गोवा के 88 खनन पट्टों से लौह अयस्कों के ट्रांसपोर्टेशन पर रोक लगाई गई थी और राज्य सरकार को खनन पट्टे फिर से जारी करने के निर्देश दिए गए थे।