गोवा समेत मणिपुर और मेघालय के मामले पर आज राज्यपाल से मिलेंगे कांग्रेसी
कर्नाटक के राज्यपाल वजूभाई वाला द्वारा सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर भाजपा नेता बी एस येदियुरप्पा को सरकार बनाने का न्योता देने और उन्हें शपथ दिलाने के बाद कांग्रेस ने इस मुद्दे पर भाजपा को घेरने की कवायद तेज कर दी है। पार्टी नेताओं ने गोवा में राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मिलने का समय मांगा है। उधर मणिपुर और मेघालय में भी पार्टी नेता राज्यपाल से मिलने की तैयारी में हैं। बिहार में कांग्रेस की सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ने भी यही दलील दी है। गोवा, मणिपुर और मेघालय में कांग्रेस सबसे बड़े दल के रूप में उभरी थी लेकिन उसे राजभवनों से सरकार बनाने के न्योता नहीं मिला। कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि एक देश में दो कानून भला कैसे हो सकता है। यदि भाजपा और उसके नेता इस तर्क में यकीन करते हैं कि सबसे बड़े दल को सरकार बनाने के लिए पहले बुलाया जाना चाहिए तो तो सबसे पहले बिहार, गोवा और मणिपुर की सरकारों को इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने एक सवाल के जवाब में स्वीकार किया कि गोवा में कांग्रेस नेताओं ने इसी आधार पर राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है और अन्य राज्यों के कांग्रेस नेता भी ऐसा ही करेंगे।
सुरजेवाला ने कहा, अमित शाह और भाजपा लोकतंत्र के बारे में प्रवचन दे रहे हैं, जबकि उन्होंने खुद ही कर्नाटक में लोकतंत्र का गला घोंट दिया। हम नरेंद्र मोदी, अमित शाह और येदियुरप्पा को चुनौती देते हैं कि आप कल ही विधानसभा में बहुमत साबित करिए। सुरजेवाला ने कहा कि इस देश में एक संविधान और एक कानून ही होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि कर्नाटक में कांग्रेस और जद (एस) विधायकों को तोड़ने के लिए भाजपा सभी हथकंडे अपना रही है, लेकिन उसे सफलता नहीं मिल रही है। ऐसे में वह हताश और निराश है।
कर्नाटक में सबसे बड़े दल होने के आधार पर भाजपा को सरकार बनाने का न्योता दिए जाने के बाद कांग्रेस अब शुक्रवार को गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करने जा रही है। कांग्रेस का कहना है कि अगर भाजपा को सरकार गठन के न्योते के लिए सबसे बड़े दल का आधार, संवैधानिक और कानूनी रूप से स्वीकार है तो गोवा में भी उसे यही सिद्धांत लागू होना चाहिए। पार्टी के गोवा प्रभारी चेल्ला कुमार ने बताया, शुक्रवार सुबह हमारे विधायक दल के नेता (चंद्रकांत कावलेकर) और पार्टी के दूसरे विधायक राज्यपाल से मिलेंगे। सबसे बड़ा दल होने की वजह से हम सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।