गो तस्करी: SHO ने खुद के खिलाफ दर्ज की शिकायत, बोले- मेरे एरिया था इसलिए मैं भी जिम्मेदार
उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर में एक पुलिस अधिकारी ने गो तस्करी रोक पाने में नाकाम होने पर खुद के खिलाफ शिकायत दर्ज की है। शिकायत में अन्य पुलिसकर्मियों का भी नाम दर्ज किया गया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि नियमों के मुताबिक अगर अपराधियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई तो संबंधित पुलिस अधिकारी इसके जिम्मेदारो होंगे। न्यूज एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिक खरखौदा एसएसचो राजेंद्र त्यागी ने कहा, ‘मैंने एक अवधारणा की शुरुआत की है। इसमें अगर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो इसके जिम्मेदार पुलिसकर्मी होंगे।’ इसके अलावा मामले में एसएचओ ने जनरल डायरी में खुद के और अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की है।
बता दें कि जनरल डायरी में घटनाओं का कालक्रम रिकॉर्ड किया जाता है। आमतौर पर जनरल डायरी हर पुलिस थाने में होती है। इसमें पुलिस स्टेशन की हर गतिविधि को दर्ज किया जाता है। इसका इस्तेमाल पुलिस स्टेशन के स्टाफ के लिए भी किया जाता है। एफआईआर की जानकारी भी जनरल डायरी में दर्ज की जाती हैं। हालांकि एफआईआर दर्ज होने के बाद जब आपराधिक मामला की जांच शुरू होती है तब जनरल डायरी में इस मामले का जिक्र नहीं किया जाता है।
बता दें कि पिछले साल मेरठ के ट्रक ड्राइवरों ने सर्वसम्मति से देश में मवेशी व्यापारियों और किसानों के खिलाफ हमले के चलते गायों को नहीं ढोने का फैसला लिया था। मेरठ परिवहन संघ के अध्यक्ष गौरव शर्मा ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि मेरठ और पड़ोसी जिलों ने सर्वसम्मति से फैसला लिया है कि ट्रक ड्राइवरों पर बढ़ते हमले की वजह से गायों को नहीं ढोने का फैसला लिया गया। गौरतलब है कि साल 2014 के बाद कथित गो तस्करी के आरोप में दर्जनभर लोग भीड़ के हमले का शिकार हुए हैं।