गौरी लंकेश मर्डर केस: सोनिया-राहुल, येचुरी पर मानहानि का केस, वकील बोला- जनता की आंखों में चुभने लगा हूं
कर्नाटक की वरिष्ठ पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की हत्या के लिए सीधे तौर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) को जिम्मेदार ठहराने की वजह से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और सीपीआईएम महासचिव सीताराम येचुरी के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया गया है। मुकदमा करने वाला शख्स मुंबई का एक वकील है। आरएसएस के स्वयंसेवक रहे वकील ध्रुतिमन जोशी ने अपनी याचिका में आरोप लगाया है कि गौरी लंकेश की हत्या के बाद दोनों राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा जो बयान दिए गए उससे आम जन मानस के मन में संघ की छवि खराब हुई है। जोशी ने आरोप लगाया कि इन नेताओं ने बिना किसी छानबीन और सबूत के संघ को बदनाम करने की कोशिश की है।
जोशी ने अपनी याचिका में शिकायत की है कि चूंकि वह संघ के स्वयंसेवक हैं, इसलिए इन नेताओं के बयान से अपमानित महसूस कर रहे हैं। साथ ही आम आदमी की निगाहों में चुभने लगे हैं।
मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष संजय निरूपम से जब इस मानहानि मुकदमे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जब कोर्ट से उन्हें नोटिस मिलेगा तब पार्टी कानूनी कार्यवाही करते हुए उनके आरोपों का जवाब देगी। उधर, सीपीआई(एम) महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि वो आज भी अपने बयान पर कायम हैं। उन्होंने कहा कि संघ के लोग क्या कहते हैं और क्या करते हैं, उन्हें करने दीजिए। जरूरत होगी तो हम कानूनी लड़ाई लड़ेंगे।
गौरतलब है कि पत्रकार गौरी लंकेश की 6 सितंबर को बेंगलुरु में तीन हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। गौरी लंकेश कन्नड़ में निकलने वाली “गौरी लंकेश पत्रिका” की संपादक थीं। वो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, बीजेपी और उससे जुड़े संगठनों की कड़ी आलोचक थीं। लंकेश कर्नाटक की कांग्रेस सरकार से जुड़े कई मंत्रियों के भ्रष्टाचार उजागर करने वाले वाली रिपोर्ट और लेख भी प्रकाशित करती रही थीं। उनकी हत्या के बाद कई सामाजिक संगठनों के साथ-साथ कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी संघ को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया था। सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने भी संघ के लोगों पर लंकेश की हत्या का आरोप लगाया था। इसके बाद राज्य सरकार ने मर्डर केस की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया था।