घर का बीमा कराएं, रह सकेंगे हमेशा बेफिक्र
नई दिल्ली
हाउसहोल्ड इंश्योरेंस पॉलिसी में घर और उसमें रखे हर तरह के सामान का बीमा शामिल होता है। इसमें 10 सेक्शन दिए गए हैं। आग, चोरी, विस्फोट, दंगे, के साथ-साथ बाढ़, तूफान, चक्रवात, भूस्खलन, भूकंप और दूसरी कुदरती आपदाओं से होने वाले नुकसान की भी भरपाई इसके तहत होती है। यह पॉलिसी लेने वाले पर निर्भर करता है कि वह घर में रखी कौन-कौन सी चीजों का बीमा करवाना चाहता है। घर में रखे हर सामान को इस पॉलिसी में कवर किया जा सकता है। जो चीजें आपको गिफ्ट में मिली हैं, उनका भी इंश्योरेंस करा सकते हैं। किरायेदार को भी अपने हर सामान का इंश्योरेंस कराना चाहिए। घर छोड़कर वह हर सामान का बीमा करवा सकता है।
ऐसे होता है मूल्यांकन
घर में रखे सामान की कीमत का अंदाजा खुद भी लगा सकते हैं। सबसे पहले घर में रखी हर उस चीज की लिस्ट बनाएं, जिसका आप बीमा करवाना चाहते हैं। सामान की कीमत का आकलन उनकी मौजूदा मार्केट वैल्यू पर होता है। इसे रिप्लेसमेंट वैल्यू कहते हैं। इसका मतलब कि अगर इस सामान के नुकसान के लिए क्लेम किया जाता है, तो उस सामान के नए सेट की कीमत में से डेप्रिसिएशन रकम घटाकर जो राशि बचेगी, उसका पेमेंट होगा। उदाहरण के लिए आपने टीवी का इंश्योरेंस करवाया है। मान लीजिए, इनकी वर्तमान कीमत करीब 20 हजार रुपये है तो आप इस अमाउंट के हिसाब से ही प्रीमियम भरेंगे। प्रीमियम क्या होगा, यह कंपनी पर निर्भर है। अब मान लें कि टीवी तीन साल बाद चोरी चली गई तो तीन साल का डेप्रीसिएशन घटाने के बाद कंपनी क्लेम देती है। डेप्रीसिएशन फिक्स्ड होता है और यह सामान की उम्र के आधार पर घटता जाता है।