घर में ताजमहल रखना क्यों हो सकता है अशुभ, वास्तु में छिपा है कारण
घर की साज-सजावट के समय घर में हम ऐसी चीजें ले आते हैं जो देखने में सुंदर होती हैं और हर किसी को अपनी आकर्षित करती हैं। ये आकर्षण कई बार नकारात्मक भी हो सकता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार माना जाता है कि घर में ऐसी चीजें नहीं रखनी चाहिए जिससे लड़ाई-झगड़ा और अशांति बढ़े और आपके घर की शांति छिन जाए। कुछ ऐसी वस्तुएं हैं जो घर का वातावरण प्रभावित करने लगती हैं। अपने घर के वातावरण को हमेशा स्वस्थ्य रखने के लिए वास्तु शास्त्र में दिए हुए उपाय अपनाने की आवश्यकता होती है। वास्तु के अनुसार माना जाता है कि घर में ताजमहल नहीं रखना चाहिए, इतिहास के अनुसार माना जाता है कि शाहजहां ने अपनी पत्नी की यहां समाधि बनवाई थी।
ताजमहल को लेकर अनेकों विवाद चलते रहते हैं लेकिन उन सबसे अलग लोग उसे प्यार की निशानी मानते हैं और दुनिया के सात अजूबों में उसका नाम दर्ज है। वास्तु के अनुसार ये माना जाता है कि ताजमहल की तस्वीर या शोपीस मौत की निशान और निष्क्रियता का प्रतीक है। ताजमहल की सुंदरता हर किसी को आकर्षित करती है लेकिन तथ्यों के अनुसार वो एक कब्र है। इसी तरह अनेकों वस्तुओं को वास्तु के अनुसार घर में नहीं लगाना चाहिए जिससे घर की समृद्धि बहने लगे। हिंदू धर्म के अनुसार नटराज भगवान शिव का रौद्र रुप माना जाता है। ये विनाश का प्रतीक माना जाता है, यदि जो लोग घर में नटराज की मूर्ति रखते हैं उन्हें लड़ाई-झगड़ा और विनाश जैसी समस्याओं से बचने के लिए नटराज नहीं रखना चाहिए।
हिंदू ग्रंथ महाभारत को लेकर भी कुछ इसी तरह की मान्यता है कि वो परिवार में लड़ाई-झगड़े और सत्ता के लोभ का प्रतीक है। इसी कारण से घर में महाभारत रखना और उसका पाठ करना अशुभ माना जाता है। युद्ध का रथ, शंख आदि जैसी युद्ध के प्रतीक वस्तुएं भी घर में सजानी नहीं चाहिए, ये नकारात्मक शक्ति को अपनी तरफ आकर्षित करती है।