चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं इन बातों का रखें ध्यान
27 जुलाई को सबसे लंबा चंद्र ग्रहण है। वैसे तो चंद्र ग्रहण का असर गर्भवती महिलाओं पर पड़ता है इसका कोई वैज्ञानिक प्रभाव अब तक साबित नहीं हुआ है। लेकिन इस दिन को लेकर गर्भवती महिलाओं के लिए कई सारी मान्यताएं हैं। क्या हैं वो मान्यताएं और गर्भवती महिलाओं पर क्या होता है उसका असर यह बताने से पहले आपको बता दें कि 27 जुलाई यानी आज यह ग्रहण रात 11:54 मिनट से शुरू होकर 28 जुलाई की सुबह 3:49 मिनट तक होगा। 28 जुलाई की रात 1 बजकर 55 मिनट पर चांद सबसे गहरे रंग का दिखाई देगा। पूर्ण चंद्रग्रहण 28 जुलाई को रात 1 बजकर 28 मिनट से लेकर रात 2 बजकर 43 मिनट तक देखा जा सकता है।
विज्ञान में ग्रहण का प्रग्नेंट महिला पर कोई प्रभाव सिद्ध नहीं हुआ है। हालांकि देश में आज भी लोग पुरानी मान्यताओं पर विश्वास करते हैं। मान्यताओं के अनुसार है गर्भवती महिलाओं को ग्रहण दौरान कुछ खास बातों का ध्यान रखने को कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि ग्रहण के दौरान नकारात्मक शक्तियां प्रबल हो जाती हैं जो पेट में पल रहे शिशु पर बुरा असर डाल सकती हैं। हालांकि माना जाता है कि कुछ बातों का ध्यान रखने से ग्रहण के दुष्प्रभावों से बचा जा सकता है। आइए जानते हैं ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को क्या सावधानी बरतनी चाहिए।
इन बातों का रखें ध्यान –
1. चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को नुकीली चीजों से दूर रहना चाहिए। साथ ही इनका प्रयोग करने से बचना चाहिए।
2. कहा जाता है ग्रहण के दौरान गर्भवती महिला को बंद कमरे में रहकर आराम करना चाहिए। उन्हें बाहर नहीं निकलना चाहिए।
3. ग्रहण के वक्त खाना-पीना भी अशुभ माना जाता है। इसलिए गर्भवती महिलाएं ग्रहण समय से एक घंटे पहले ही ये काम निपटा लें।
4. कहा जाता है ग्रहण के दौरान पति-पत्नी को दूर रहना चाहिए। यानी शरीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए।
5. ग्रहण से पहले के तैयार भोजन को नहीं खाना चाहिए।
6. ग्रहण समाप्त होने के बाद नहाना चाहिए।
7. ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को कुछ नहीं खाना चाहिए।
8. ग्रहण के समय कोई भी शुभ व नया कार्य शुरू नहीं करना चाहिए।
9. ग्रहण के दौरान पृथ्वी को खोदना नहीं चाहिए।
10. ग्रहण के दिन पत्ते, तिनके, लकड़ी और फूल नहीं तोड़ने चाहिए। बाल तथा वस्त्र नहीं निचोड़ने चाहिए ।