चक्रवात से तबाही की कगार पर मोजाम्बिक, दक्षिण अफ्रीकी देश, मदद के लिए बढ़े भारतीय नौसेना के 3 जंगी जहाज

नई दिल्‍ली: मोजाम्बिक में आए ‘इडाई’ चक्रवात में हताहत हुए लोगों की मानवीय मदद के लिए भारतीय नौसेना ने अपने तीन जंगी जहाजों को भेजने का फैसला किया है. फैसले के तहत भारतीय नौसेना ने अपने आईएनएस सुजाता, आईएनएस शार्दुल और आईएनएस शारथी को मोजाम्बिक की तरफ रवाना कर दिया है. ये तीनों जंगी जहाज मोजाम्बिक के पोर्ट सिटी बीरा में तैनात होंगे. भारतीय नौसेना ने अपने इन जहाजों में तीन डॉक्‍टर और पांच नर्स सहित भारी तादाद में दवाइयां भी मोजाम्बिक भेजी हैं. जिससे त्रासदी में हताहद हुए लोगों को तत्‍काल चिकित्‍सीय मदद पहुंचाई जा सके.

भारतीय नौसेना के वरिष्‍ठ अधिकारी ने बताया कि रिपब्लिक ऑफ मोजाम्बिक के अनुरोध को स्‍वीकार करते हुए तीन नेवल शिप्‍स को भेजने का फैसला किया गया है. उल्‍लेखनीय है कि मोजाम्बिक में आए चौथी कैटेगरी के ट्रॉपिकल साइक्‍लोन ‘इडाई’ ने मध्‍य और उत्‍तरी भाग में भारी तबाही मचाई है. सूत्रों की मानें तो अब तक इस तबाही के चलते 1000 से अधिक लोगों की मृत्‍यु और करीब इतने ही लोगों के लापता होने की आशंका है. वहीं, मोजाम्बिक में आए इस चक्रवात ने करीब एक लाख से अधिक लोगों के जनजीवन को प्रभावित हुआ किया है. हजारों की संख्‍या में ऐसे लोग हैं जो मदद की आस में अपनी छतों में रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन में लगी टीमों का इंतजार कर रही हैं.

भारतीय नौसेना के वरिष्‍ठ अधिकारी ने बताया कि दक्षिण अफ्रीका के मोजाम्बिक में हुई इस भारी तबाही को देखते हुए नौसेना ने मानवीय मदद के लिए अपना कदम बढ़ाया है. भारतीय नौसेना ने अपनी जंगी जहाजों की मदद से भोजन, कपड़े, दवाई सहित अन्‍य राहत सामग्री को मोजाम्बिक के लिए रवाना किया है. राहत सामग्री के साथ स्‍थानीय लोगों को त्‍वरित मेडिकल हेल्‍प देने के लिए नौसेना ने 3 डाक्‍टर और 5 नर्स की टीम को भी मोजाम्बिक के लिए रवाना किया है. उल्‍लेखनीय है कि यह पहला अवसर नहीं है जब भारत मोजाम्बिक वासियों की मदद के लिए आगे आया है. इससे पहले 2017 में अनाज के संकट से जूझ रहे मोजाम्बिक वासियों को भारत ने 10 मिलियन डॉलर की सहायता प्रदान की थी.

मोजाम्बिक के राष्‍ट्रपति न्‍यूसी ने कहा है कि इडाई चक्रवात के चलते देश के करीब एक लाख से अधिक लोगों की जिंदगी खतरे में है. भले ही अभी तक 84 लोगों की मृत्‍यु की आधिकारिक पुष्टि की गई हो, लेकिन हवाई सर्वे के बाद इस त्रासदी से 1000 से अधिक लोगों की मृत्‍यु की संभावना है. उन्‍होंने देश के नाम दिए संबोधन में कहा है कि हवाई सर्वे के दौरान भारी तादाद में लोगों को अपने घर की छतों और पेड़ के किनारे देखा गया है. उल्‍लेखनीय है कि गुरवार का आए इस चक्रवात का शिकार मोजाम्बिक का बेइरा शहर बना. बेइरा में तबाही मचाने के बाद यह चक्रवात जिम्‍बाब्‍वे में प्रवेश कर गया.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *