चलती ट्रेन में टिकट मांगा तो टीटीई ही हो गया गिरफ्तार, बॉन्ड भरा तो मिली जमानत
जन शताब्दी एक्सप्रेस में मंगलवार को यात्रा कर रहे झारखंड के न्यायिक अधिकारी ने ट्रेन के टीटीई को गिरफ्तार करवा कर हवालात में डलवा दिया। टीटीई की गलती सिर्फ थी कि उसने न्यायिक अधिकारी से टिकट मांगा और परिचय पूछा। दरअसल, जिस ट्रेन में टीटीई अपनी ड्यूटी कर रहे थे, उसी में न्यायिक अधिकारी आलोक कुमार यात्रा कर रहे थे। दानापुर रूट पर चल रही ट्रेन में टीटीई राजकिशोर ने आलोक कुमार से उनका टिकट मांगा और उनके बारे में पूछा। तब न्यायिक अधिकारी ने परिचय देते हुए बताया कि टिकट मधुपुर में है। मान्य टिकट न होने पर टीटीई और न्यायिक अधिकारी के बीच तीखी बहस हो गई। मामला इतना बढ़ गया कि न्यायिक अधिकारी ने मधुपुर ट्रेन रुकने पर टीटीई को गिरफ्तार करवा कर हवालात में डाल दिया।
बाद में टीटीई ने दानापुर के कंट्रोल रूप में फोन लगाया, लेकिन किसी ने कॉल को अटेंड नहीं किया। टीटीई ने न्यायिक अधिकारी के खिलाफ झारखंड हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार को पत्र लिखकर कार्रवाई करने की मांग की है। टीटीई ने अपने पत्र में लिखा है कि न्यायिक अधिकारी टिकट की जीरोक्स कॉपी लेकर यात्रा कर रहे थे, जो मान्य नहीं होता। इस मामले में दानापुर रेलमंडल के अधिकारी ने भी हस्तक्षेप किया। बाद में बॉन्ड अदा करके टीटीई को थाने से बेल पर रिहा किया गया। मामले में कानून का पालन करने वालों ने ही कानून का उलंघन्न किया है।