चार बच्चे पैदा करने की नसीहत पर पत्रकार ने पूछा- आपके कितने बच्चे हैं तो भड़क गए धर्मगुरु, बोले- तुम हिंदू नहीं हो
हिंदुओं को चार बच्चे पैदा करने की सलाह देने वाले हिंदू धर्मगुरु से जब उनके संतान के बारे में पूछा गया तो वह भड़क गए। अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक नरसिम्हा सरस्वती ने कहा कि सबसे बड़ा खतरा बढ़ती हुई जनसंख्या नहीं बल्कि यहां इस्लामिक जिहादियों की अनियंत्रित जनसंख्या विस्फोट है। उन्होंने बताया कि सरकार जब तक कठोर जनसंख्या नियंत्रण कानून नहीं बनाती है, तब तक हिंदुओं का यह कर्तव्य है कि वे यहां अपनी आबादी कम न होने दें। धर्मगुरु ने कहा, ‘हिंदुओं को अधिक से अधिक बच्चे पैदा कर जनसंख्या के अनुपात को बरकरार रखना चाहिए। पूरी दुनिया का यह इतिहास है कि जहां भी मुसलमानों की आबादी आधिकारिक तौर पर 30 फीसद से ज्यादा होती है, वहां उन्होंने किसी भी अल्पसंख्यक समुदाय को जीवित नहीं छोड़ा है। ऐसा पूरी दुनिया में हुआ है। हमारे बच्चों का अस्तित्व खतरे में हैं।’ इस बीच, उनसे एक पत्रकार ने पूछा कि आपके कितने बच्चे हैं? इस पर भड़कते हुए नरसिम्हा सरस्वती ने कहा कि तुम हिंदू नहीं हो। नरसिम्हा सरस्वती ने बताया कि भारत में चीन की तर्ज पर कठोर जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर वह अन्य संतों के साथ देश की यात्रा पर निकलेंगे। उन्होंने कहा कि यदि जल्द ही ऐसा कानून नहीं लाया गया तो देश में गृहयुद्ध की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी और देश हमेशा के लिए समाप्त हो जाएगा।
नसिम्हा सरस्वती ने कहा, ‘मैं इस मुहिम में जनता से समर्थन चाहता हूं। कुछ लोग चाहते हैं कि जनसंख्या बढ़ाकर लोकतंत्र के माध्यम से इस देश पर कब्जा कर लें। यह नहीं होने देना है, क्योंकि यह देश अब हिंदुओं की अंतिम शरणस्थली है। हमसे पूरी दुनिया छीन ली गई है। यहां भी यदि इन लोगों की जनसंख्या बढ़ी तो हमारा अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। मैं हर जागरूक हिंदू और गृहयुद्ध न चाहने वाले नागरिकों से बस इतना निवेदन करना चाहता हूं कि सभी लोग देश और धर्म की रक्षा के लिए सरकार को मजबूर करें, ताकि भारत सरकार यहां भी चीन जैसा कठोर जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाए। इसके लिए सुरेश चौहान 18 फरवरी से यात्रा शुरू कर रहे हैं जो जम्मू-कश्मीर से शुरू होकर कन्याकुमारी जाएगी और वहां से फिर दिल्ली आएगी।’ नरसिम्हा सरस्वती ने बताया कि 23 फरवरी को यह यात्रा मुजफ्फरनगर (पश्चिमी उत्तर प्रदेश) आएगी। कन्याकुमारी से यात्रा अप्रैल में वापस दिल्ली आएगी। उनके मुताबिक, एक ज्ञापन पर 10 करोड़ लोगों का हस्ताक्षर लिया जाएगा, जिसे बाद में प्रधानमंत्री को सौंपा जाएगा और उनसे जनसंख्या नियंत्रण को लेकर सख्त कानून लाने को कहा जाएगा।