चिन्मयानंद से रेप केस हटाएगी योगी सरकार: जनता के तंज- उन्हें मंत्री भी बना दो, खुद जज बन जाओ
योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से पूर्व केंद्रीय गृहराज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद पर दर्ज दुष्कर्म का केस वापस लेने की खबर सोशल मीडिया पर आग की तरह फैली। सोशल मीडिया यूजर्स ने इस पर तमाम तरह की प्रतिक्रिया जतानी शुरू की और सरकार के फैसले पर सवाल उठाए। वहीं स्वामी चिन्मयानंद के समर्थकों ने केस को साजिश बताते हुए फैसले पर खुशी भी जताई। वहीं कुछ यूजर्स ने कहा कि अब स्वामी चिन्मयानंद को भी मंत्री बना दो, खुद जज बन जाओ। जनसत्ता डॉट कॉम ने सबसे पहले केस हटाने से जुड़ी खबर पाठकों तक पहुंचाई थी। सोशल मीडिया पर इस खबर के बाद आई कुछ चुनिंदा प्रतिक्रियाओं को हम यहां दे रहे हैं।
रिटायर्ड आईपीएस अफसर महेश चंद्र द्विवेदी ने इस मुद्दे पर कुछ यूं फेसबुक पर लिखा,”आज शाहजहांपुर के स्वामी चिन्मयानंद के विरुद्ध सात साल से कचहरी में चल रहे बलात्कार के मुकदमे को शासन द्वारा वापस लेने की खबर पढ़कर घोर निराशा एवं चिंता हुई। समाचारों के अनुसार हाल में अन्य अनेक मुकदमे भी वापस लिये गये हैं। निराशा इसलिये हुई कि मुकदमो के तथ्य चाहे जो भी हो, स्वच्छता का दम भरने वाले शासन की छवि पर यह कृत्य दाग़ लगाता है। चिंता इसलिये हुई कि मुकदमा-वापसी का यह हथियार भविष्य में सम्पूर्ण न्यायिक प्रक्रिया को ध्वस्त कर सकता है. ..
समय आ गया है मुकदमा वापसी का प्राविधान ही समाप्त कर दिया जाये।”
महेश की पोस्ट पर हरिहर पांडेय ने लिखा-गुण-दोष के आधार पर अभियोग का न्यायिक विचारण ही कराया जाना विधिक दृष्टि से उचित है, न कि अभियोग की वापसी का आदेश पारित करना। सुभाष चंदर ने लिखा-यह अच्छा नहीं हुआ, इसकी गूंज दूर तक जाएगी। परवेज आलम ने लिखा-योगी की मेहनत रंग लाई, अपने ऊपर के अपराध के आरोपों के साथ अपने मित्रों के अपराध भी हटा रहे, यही तो रामराज है।