चुनावी चाल? कांशीराम, लोहिया, अंबेडकर पर सड़कों के नाम रखेगी योगी सरकार
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार प्रदेश की सड़कों का नामकरण समाजवादी पार्टी के ‘पथ प्रदर्शक’ राम मनोहर लोहिया, बीएसपी संस्थापक कांशीराम, देश के पहले गृह मंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल, संविधान रचयिता बीआर अंबेडकर, पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम समेत कई अन्य हस्तियों के नाम पर करने जा रही है। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बुधवार को यह बात कही। मौर्य की यह टिप्पणी प्रदेश के सभी वोटबैंकों को दिए सीधे संदेश के तौर पर देखा जा रहा है। मौर्य ने यह बात ऐसे वक्त में कही है, जब अगले साल होने वाले आम चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक पार्टियां विभिन्न जातियों को लुभाने की कोशिशों में लग गई हैं।
मौर्य ने कहा, ‘बीजेपी के लिए महापुरुष की कोई जाति नहीं होती। कोई पार्टी नहीं होती…महापुरुष सिर्फ महापुरुष होता है।…इसलिए अंबेडकर, राम मनोहर लोहिया, सरदार पटेल, मान्यवर कांशीराम के नाम से भी, चौधरी चरण सिंह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, एपीजे अब्दुल कलाम, चंद्र शेखर आजाद, गोस्वामी तुलसीदास, हुकुम सिंह, ज्योतिबा बाई फुले, सावित्री बाई फुले, सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के नाम से भी…।’ उप मुख्यमंत्री के मुताबिक, इस सूची में कुछ और हस्तियों के नाम भी शामिल किए जाएंगे।
दरअसल, मौर्य ओबीसी के अंतर्गत आने वाले लोधी समुदाय के सामाजिक प्रतिनिधि बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम का आयोजन बीजेपी के ओबीसी मोर्चा ने किया था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सीएम आदित्यनाथ थे। फिलहाल बीजेपी विभिन्न ओबीसी समुदायों की इस तरह की बैठकें आयोजित करवा रही है। प्रदेश सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों और पार्टी नेताओं को निर्देश दिया गया है कि वे इन बैठकों में जाएं और इन जातियों के लोगों से संवाद करें। एक ऐसी ही बैठक पिछले महीने हुई थी। इसमें मौर्य ने ऐलान किया था कि यूपी के हर जिले में कम से कम एक सड़क सोशलिस्ट नेता और बिहार के पूर्व सीएम कर्पूरी ठाकुर के नाम पर होगी।
मौर्य ने यह भी कहा कि एक बार 2019 में नरेंद्र मोदी के दोबारा से पीएम बनने के बाद ‘मुस्लिम तुष्टिकरण’ की राजनीति खत्म हो जाएगी। उन्होंने ‘पिछड़े मुस्लिमों’ से अपील की कि वे बीजेपी में शामिल होकर ‘अपना उचित सम्मान और अधिकार पाएं।’ मौर्य ने कहा, ‘2019 में मोदी जी की शपथ होने दीजिए, इस देश से मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति खत्म हो जाएगी। दलित विरोधी, पिछड़ा विरोधी राजनीति खत्म हो जाएगी।’ 2019 के चुनाव की अहमियत पर जोर देते हुए मौर्य ने बताया कि यूपी इसमें बेहद अहम भूमिका निभाएगा। मौर्य ने जनसमूह से कहा, ‘छप्पन इंच का सीना ले करके अगर इस्लामाबाद की छाती में भी तिरंगा फहराने की जरूरत पड़ती है तो वहां भी प्रधानमंत्री पीछे नहीं हटने वाले।’