चुनाव नतीजों के बहाने कुमार विश्‍वास ने इशारों में साधा निशाना, कहा- राजा बने रहने के लिए अंधों की फौज जोड़ ली

आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास अक्सर ही सोशल मीडिया के जरिए इशारों-इशारों में अपनी बात कह जाते हैं। एक बार फिर उन्होंने ट्विटर के माध्यम से तंज कसते हुए अपना बात कही है। विश्वास ने त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड विधानसभा चुनाव के नतीजों के सामने आने के बाद ईवीएम पर सवाल उठाने वाले लोगों को लेकर ट्वीट किया, ‘अपने असुरक्षाग्रस्त वैचारिक पतन पर विचार करने की अपेक्षा मतदान व मतगणना की प्रक्रियाओं पर प्रश्न खड़े करने वाले नवपतित आंदोलनकारिओं को जनता EVM की बजाय उंगलियों पर गिनने योग्य वोट दे रही है, फिर भी वे नकारात्मकता चमचाच्छादित ओछेपन में मग्न हैं। लोकतंत्र के लिए कमजोर विपक्ष घातक है।’

इसके अलावा उन्होंने अन्य ट्वीट करते हुए कहा, ‘देश की जनता को दोष मत दीजिए! उन्होंने तो दोनों दृष्टियां ले अलग एक साफ-सुथरी आम सी नजर को भी नजारा बख्शा, लेकिन इन नजर वालों ने महज ‘राजा’ बने रहने के लिए अपनी एक आंख फोड़कर, अंधों की फौज जोड़ ली। जिन राजनैतिक अनपढ़ों को विपक्ष की उपादेयता सदन में विपक्ष की संख्या से समझ आती हो उन्हें प्रचंड नेहरू-युग में अकेले लोहिया की संसदीय-दबंगई का इतिहास पढ़ना चाहिए! व्यक्ति की तेजस्विता, उर्जावान समूहों का निर्माण करती है, निस्तेज पैराशूट चमचा-समूह सदा ही डरपोक नायक बनाता है!’

विश्वास के इन ट्वीट्स पर सोशल मीडिया यूजर्स के एक धड़े ने जमकर मजे लिए। लोगों ने कहा कि राज्यसभा में जाने को नहीं मिला, इसलिए विश्वास ऐसी बातें कर रहे हैं। एक यूजर ने ट्वीट कर कहा, ‘राज्यसभा ना जाने का दुख इतना होता है पहली बार देखा रे बाबा।’ एक यूजर ने कहा, ‘नागालैंड के चुनाव परिणाम आ गए हैं, आम आदमी पार्टी को प्रदेश की जनता ने सिर्फ 7355 वोट दिए। जब चुनाव में प्रचार ही नहीं करना था तो चुनाव लड़कर ऐसे फजीहत करवाने की क्या जरूरत थी अरविंद केजरीवाल जी?? आज पूरी पार्टी हंसी का पात्र बन कर रह गई है।’ अन्य यूजर ने ट्वीट कर कहा, ‘आप को मेघालय में केवल 1146 वोट मिले, पार्टी ने 6 सीटों पर चुनाव लड़ा और नोटा से भी कम वोट मिले।’ वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘अभी मानसिकता वाला विपक्ष है ही कहां, मानसिक दीवालिया वाला है।’

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