चुनाव में मदद नहीं मिली, बीजेपी सांसद ने पुलिस को बताया कुत्तों से भी बदतर
उत्तर प्रदेश के रॉबर्ट्सगंज सुरक्षित सीट से भाजपा के लोकसभा सांसद छोटे लाल खरवार ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने पुलिसवालों को कुत्ते से भी बदतर करार दिया है। भाजपा सांसद ने कहा कि यूपी पुलिस में जो सीओ, दारोगा, जमादार और अन्य पुलिसकर्मी हैं वो कुत्ते की तरह हैं। यहां तक कि उससे भी बदतर हैं। जो लोग उनके सामने टुकड़े फेंकता है, उसके इशारों पर ये पुलिस वाले दुम हिलाते हैं। दरअसल, सांसद खरवार अपने छोटे भाई और नौगढ़ के प्रखंड प्रमुख जवाहर खरवार की आशंकित हार से खफा थे। उनके छोटे फिर से इस पद के लिए होने वाले चुनाव में उम्मीदवार हैं और इस लिहाज से उनके लिए सुरक्षा की मांग की थी लेकिन उन्हें मदद नहीं मिली। इससे खफा सांसद महोदय ने पुलिस वालों को जमकर खरी खोटी सुनाई।सांसद ने सदन में भी मामले को उठाने की धमकी दी।
जिस समय भाजपा सांसद अपने गुस्से का इजहार कर रहे थे, उस वक्त वहां उनके कई समर्थक वहां मौजूद थे। सांसद की मौजूदगी में ही उनके समर्थकों ने नारेबाजी की। सांसद को शांत कराने के लिए डीएम हेमंत कुमार हाथ जोड़े खड़े रहे लेकिन सांसद महोदय अपनी भड़ास निकालते रहे। बता दें कि यह मामला यूपी भाजपा अध्यक्ष और सांसद महेन्द्रनाथ पाण्डेय के चंदौली जिले और रॉबर्टसगंज संसदीय सीट से जुड़ा हुआ है। जिले के चकिया विधान सभा क्षेत्र के अन्तर्गत आता है नौगढ़ ब्लॉक जो सोनभद्र के रॉबर्टसगंज संसदीय क्षेत्र का भी हिस्सा है।
गौरतलब है कि चंदौली जिले के तहत आने वाले नौगढ़ ब्लॉक प्रमुख पद पर सांसद छोटेलाल खरवार के भाई जवाहर खरवार निर्वाचित हुए थे लेकिन 16 सितंबर को नौगढ़ की पूर्व ब्लॉक प्रमुख नीतू सिंह ने जवाहर खरवार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। इसके बाद 27 बीडीसी सदस्य जवाहर खरवार के खिलाफ डीएम के सामने पेश हुए। अविश्वास प्रस्ताव के बाद गुरूवार 12 अक्टूबर को प्रमुख पद के लिए पुनर्मतदान होना था। भाजपा सांसद सर्मथकों का आरोप था कि पुलिस एक माफिया के पक्ष में लामबंद होकर भाजपा समर्थकों के खिलाफ कार्यवाही कर रही है। इससे नाराज सांसद सर्मथकों ने प्रशासन के खिलाफ धरना दिया तथा नारे लगाये।