छत्‍तीसगढ़: सर्जरी के बाद 11 लोगों ने गंवाई एक आंख की रोशनी

छत्तीसगढ़ के एक प्राइवेट अस्पताल में मोतियाबिंद का इलाज करा रहे तकरीबन 11 लोगों ने अपने आंखों की रोशनी गंवा दी। अस्पताल के एक डॉक्टर थॉमस अब्राहम ने बताया कि 22, 23 और 24 फरवरी को तकरीबन 96 मरीजों के आंख में मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया गया था। सभी मरीज ग्रामीण पृष्ठभूमि के थे और राजनांदगांव, दुर्ग और बलोद जिले से आते थे। उन्होंने बताया कि बाद में 96 लोगों में से 32 लोगों ने आंखों में संक्रमण की शिकायत की था और 11 लोगों के उन आंखों की रोशनी चली गई जिसका ऑपरेशन किया गया था। इस बाबत छत्तीसगढ़ सरकार ने कहा है कि प्रभावित मरीजों को बेहतर इलाज के लिए रायपुर के एक अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है और मामले को लेकर जांच भी शुरू कर दी गई है।

डॉ अब्राहम ने बताया कि 23 फरवरी को दो सर्जन के द्वारा आंखों के 45 ऑपरेशन किए गए थे। ऑपरेशन के बाद दो सीनियर सर्जन्स ने मरीजों की आंखों का जब परीक्षण किया तब उनमें किसी भी तरह का कोई संक्रमण नहीं पाया गया था। उन्होंने बताया कि इन मरीजों में से तीन ने तीन दिन बाद आंखों में संक्रमण की शिकायत की। इसके बाद 32 लोगों ने आंखों में इन्फेक्शन के समस्या की शिकायत की। इन लोगों को तुरंत रेटिना की सर्जरी के लिए रायपुर भेजा गया। जहां इनमें से 11 लोगों के उन आंखों की रोशनी चली गई जिसका ऑपरेशन किया गया था।

घटना की जानकारी मिलने पर स्टेट डॉयरेक्टर ऑफ हेल्थ सर्विस रानू शाह ने कहा कि मरीजों की जांच के लिए चीफ मेडिकल हेल्थ ऑफिसर मिथिलेश चौधरी और अन्य डॉक्टर्स को वहां भेजा गया है। उन्होंने कहा कि हमें जानकारी मिली है कि 11 लोगों की आंखों में इन्फेक्शन हुआ है। उन लोगों को रायपुर के डॉ भीमराव अंबेडकर मेमोरियल अस्पताल और एमजीएम आई हॉस्पिटल में बेहतर इलाज के लिए शिफ्ट कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि घटना को लेकर जांच भी शुरू है।

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