जज से बोले लालू- आप के साथ दही-चूड़ा खाएंगे तो शहाबुद्दीन की तरह हम भी फंस जाएंगे
आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव भले ही चारा घोटाले में दोषी करार दिये गये हों, लेकिन अब भी उनका पुराना अंदाज कायम है। जब भी मौका मिलता है लालू यादव अपनी हाजिरजवाबी और चुटीले जवाबों से लोगों का मनोरंजन और राजनीतिक व्यंग्य भी कर जाते हैं। पटना में जब लालू यादव होते थे तो जनवरी महीने में उनके घर में होने वाली चूड़ा-दही की पार्टी खासी चर्चित होती थी। इस बार लालू यादव जेल में बंद हैं तो इस पार्टी में शरीक ना हो पाने की टीस लालू यादव के चेहरे पर दिख रही है। बुधवार (10 जनवरी) को लालू यादव जब दुमका कोषागार से अवैध निकासी के मामले में अदालत में पेश हुए तो उन्होंने जज से रियायत की मांग की। इस दौरान लालू और जज शिवपाल सिंह के बीच मजेदार बहस देखने को मिली। लालू यादव जब जज के सामने पेश हुए तो उन्होंने दुखी मन से कहा कि इस बार वह दही-चूड़ा पार्टी नहीं मना पाएंगे। इस पर जज ने उनसे कहा कि आप निराश नहीं होइए, हमलोग यहीं पर दही-चूंडा खाएंगे, यदि आप कहेंगे तो मैं इसे ऑर्डर करता हूं।’
जज शिवपाल सिंह के इस सवाल पर लालू यादव ने एक बार फिर से अपनी हाजिर जवाबी का नमूना पेशा किया। लालू ने कहा, ‘नहीं सर, ये यादवों की बात है, यदि मैं आपके साथ दही चूड़ा खाता हूं, तो मैं भी सिवान के सैयद शहाबुद्दीन जैसी समस्या में फंस सकता हूं।’ लालू के इस जवाब पर अदालत में खूब ठहाके लगे। बता दें कि लालू के जेल में रहने और उनकी बहन की मौत के बाद उनके आवास 10 सर्कुलर रोड पर चर्चित ‘दही-चूड़ा भोज’ का आयोजन इस साल नहीं होगा। पिछले वर्ष लालू यादव ने दही-चूड़ा पार्टी में खुद नीतीश का स्वागत किया था और दही का तिलक लगाया था, जिसकी चर्चा लालू आज भी सार्वजनिक रूप से करते रहे हैं। लालू ने तब कहा था कि यह टीका आर्शीवाद है। सब ग्रह-गोचर कट जाएगा। उस समय बिहार में राजद, कांग्रेस और जद (यू) महागठबंधन की सरकार थी।