जद (एकी) सांसद वीरेंद्र कुमार का राज्यसभा से इस्तीफा
जनता दल (एकी) के सांसद एमपी वीरेन्द्र कुमार ने बुधवार को कहा कि उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। कुमार ने जद (एकी) अध्यक्ष व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा की अगुआई वाले राजग के साथ गठबंधन करने के मुद्दे पर वैचारिक मतभेद को अपने इस्तीफे की मुख्य वजह बताई है। उन्होंने बुधवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि वह राज्यसभा के सभापति एम वैंकेया नायडू को अपना त्यागपत्र भेज चुके हैं।
कुमार ने कहा कि कानूनी तौर पर वह नीतीश कुमार की पार्टी के सदस्य के रूप में उच्च सदन के सदस्य हैं। उन्होंने कहा कि वह महागठबंधन तोड़ कर भाजपा की अगुआई वाले राजग से गठबंधन करने के नीतीश कुमार के फैसले से सहमत नहीं है। इसलिए उन्होंने अपनी संसद सदस्यता से त्यागपत्र देने का फैसला किया है। बिहार में जद (एकी), राजद और कांग्रेस के चुनाव पूर्व महागठबंधन से नीतीश कुमार द्वारा जद (एकी) को अलग करने के विरोध में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव की अगुआई में कुमार सहित अन्य नेताओं ने बागी रुख अख्तियार कर लिया था। इनमें यादव और जद (एकी) के अन्य सांसद अली अनवर अंसारी को पार्टी विरोधी गतिविधियों का दोषी मानते हुए नायडू पहले ही संसद सदस्यता के अयोग्य घोषित कर चुके हैं।
नीतीश कुमार की अगुआई वाले गुट ने कुमार को जद (एकी) की केरल इकाई के अध्यक्ष पद से पहले ही हटा दिया था। चुनाव आयोग ने भी जद (एकी) के चुनाव चिह्न पर शरद गुट के दावे को खारिज कर नीतीश कुमार की अगुआई वाले गुट को ही वास्तविक जद (एकी) बताया है। हाल ही में हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत पर कुमार ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जीत नहीं है। इस जीत की वजह कुछ और है। कुमार उच्च सदन में केरल का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। वह अप्रैल, 2016 में राज्यसभा सदस्य बने थे और उनका कार्यकाल अप्रैल, 2022 तक था।