जनरल बिपिन रावत का नए साल पर आग्रह- थलसेना के ‘अराजनीतिक’ चरित्र को रखें संरक्षित

थलसेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने सोमवार को थल सेना के सभी कर्मियों से आग्रह किया कि वे बल के ‘अराजनीतिक’ चरित्र सहित इसके मुख्य मूल्यों को संरक्षित रखने के लिए अतिरिक्त ‘उत्साह’ के साथ काम करें। इसके साथ ही उन्होंने यह सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया कि यह राष्ट्रीय शक्ति का सबसे शक्तिशाली कारक बना रहे। नए साल के मौके पर अपने संदेश में रावत ने 2017 के दौरान धैर्य, दृढ़ संकल्प और गौरव के साथ बाहरी एवं आंतरिक चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना करने के लिए थल सेना की सराहना की।

रावत के बयान को डोकलाम में भारतीय सेना और चीनी सैनिकों के बीच चले 73 दिनों के गतिरोध तथा जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ बल के अभियान के संदर्भ में देखा जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी निर्भीक निष्ठा, राष्ट्र के प्रति प्रतिबद्धता और अराजनीतिक रुख हमें विशिष्ट बनाता है और हमें उसकी रक्षा करनी है।’’ रावत ने कहा कि इसलिए ईमानदारी, निष्ठा, कर्तव्य, सम्मान, निस्वार्थ सेवा, साहस और सम्मान जैसे मुख्य मूल्यों को कायम रखते हुए हमें अपने संवैधानिक दायित्वों और सौंपी गई जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए अतिरिक्त उत्साह के साथ काम करते रहने की आवश्यकता है।

उन्होंने कहा कि सेना ने पिछले साल सामने आई चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया। इनमें आतंकवाद से मुकाबला और देश की सीमाओं की रक्षा शामिल हैं। रावत ने ड्यूटी के दौरान अपना सर्वोच्च बलिदान करने वालों को श्रद्धांजलि भी दी।

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