जब मनोज कुमार को हैंडसम ब्वॉय बताकर भाई ने दिया 90 साल के भिखारी का रोल
अपने जमाने के हिट एक्टर्स में से एक हैं मनोज कुमार। मनोज कुमार की एक्टिंग और उनका सबसे अलग स्टाइल ही था जिसकी वजह से उनके फैंस उन्हें पंसद करते थे। ज्यादातर फिल्मों में उनका नाम भारत होने की वजह से उन्हें भारत कुमार भी कहा जाने लगा था। वही उनके बचपन का नाम हरिकिशन गिरी गोस्वामी है। मनोज कुमार ने अपने फिल्मी करियर में बहुत सी हिट फिल्में दी हैं लेकिन शायद ही आप जानते होंगे कि मनोज कुमार ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत एक भिखारी के रोल से की थी।
यह वाकया साल 1957 के दौराम का है जब मनोज कुमार ने फिल्म फैशन से हिंदी सिनेमा इंड्रस्टी में कदम रखा था। हुआ कुछ यूं था कि उस वक्त मनोज कुमार के बुआ के लड़के लेखराज भाखरी हिंदी फिल्मों के डायरेक्टर थे और मनोज दिल्ली में रहते थे। लेखराज भाखरी जब दिल्ली आए तो उन्होंने मनोज कुमार को देखकर कहा कि वह हैंडसम हैं और हीरो लगते हैं। यह कहकर लेखराज भाखरी ने मनोज कुमार में फिल्मों में काम करने के लिए पूछा तो मनोज कुमार ने हां कर दिया।
इसके बाद भाई लेखराज भाखरी के कहने पर मनोज कुमार मुंबई आए और 6 महीने तक किसी फिल्म में रोल मिलने का इंतजार करते रहे। तब मनोज कुमार को हैंडसम और हीरो बताने वाले लेखराज ने उन्हें एक फिल्म में 90 साल के भिखारी का रोल दिया था।
इसके बाद मनोज कुमार ने कई फिल्मों में एक-दो मिनट के रोल किए लेकिन मनोज कुमार को पहला लीड रोल साल 1960 में आई फिल्म ‘कांच की गुड़िया’ में मिला था। फिर फिल्म हरियाली और रास्ता के बाद मनोज कुमार ने कभी पीछे मुडकर नहीं देखा।