जमीन हड़पने के आरोपी जिस सांसद को ढूंढ रही पुलिस, मंच पर सीएम आदित्यनाथ संग दिखे
उत्तर प्रदेश के बांसगांव से जिस भाजपा सांसद कमलेश पासवान को पुलिस ढूंढ रही है उन्हें सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के साथ साझा करते हुए देखा है। दरअसल सीएम योगी आदित्य नाथ पिछले दिनों गोरखुर में एक सम्मेलन में पहुंचे थे। जहां कमलेश पासवान को भी सीएम के साथ मंच साझा करते हुए देखा गया। स्थानीय न्यूज चैनल द्वारा जारी किए गए एक वीडियो में पासवान ना सिर्फ मंच पर नजर आ रहे हैं बल्कि वह मुख्यमंत्री से मुस्कुराकर बातें भी कर रहे हैं। बता दें कि भाजपा सांसद पर मुस्लिम शख्स को डरा-धमकाकर जमीन हड़पने का आरोप लगा है। इस मामले में उनके खिलाफ कई धाराओं में केस भी दर्ज किया गया है। आरोप है कि पासवान ने अपने कुछ साथियों की मदद से मुस्लिम शख्स की जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की और इस दौरान उन्होंने उस शख्स की पिटाई भी की। पुलिस ने पासवान समेत उनके करीब 30 से ज्यादा साथियों के खिलाफ जमीन पर कब्जा करने का मामला दर्ज किया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस जमीन को भाजपा सांसद ने हड़पने की कोशिश की है, वह विवादित है। जमीन के मामले को लेकर साल 2008 से केस चल रहा है। पुलिस ने पासवान के खिलाफ 18 फरवरी की रात को केस दर्ज किया। बांसगांव का इलाका यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर के तहत आता है। हालांकि सांसद के एक प्रवक्ता का कहना है कि उन्होंने 27 फरवरी को सीजेएम कोर्ट में सरेंडर करने की अर्जी दी है। वहीं स्थानीय लोग पुलिस के इस कदम की तारीफ कर रहे हैं कि मामला बीजेपी नेता के खिलाफ था, लेकिन फिर भी पुलिस ने केस दर्ज कर लिया।
इस मामले में बीजेपी सांसद के साथ जिन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है, उसमें बलदेव प्लाजा के मालिक सतीश नांगलिया का भी नाम शामिल है। पीड़ित का नाम बनकटीचक निवासी मोहम्मद असद उल्लाह वारसी बताया जा रहा है। वारसी ने ही बीजेपी सांसद के खिलाफ राजघाट थाना में शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़ित ने शिकायत की थी कि कमलेश के साथियों ने जमीन के किनारे पर लगी बाउंड्री वॉल को गिराकर उसे हथियाने की कोशिश की थी। पुलिस ने आईपीसी की धारा 120 बी, 147, 148, 149, 323, 427, 504 और 506 के तहत पासवान के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि यह मामला काफी गंभीर है, इसलिए इसकी जांच करके कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि पिछले तीन हफ्तों में यह इस तरह का दूसरा मामला है। इससे पहले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के खिलाफ भी पटना में जमीन पर अवैध कब्जा करने का एक मामला दर्ज किया गया था।