जम्मू-कश्मीर: अंतिम संस्कार को लेकर हुए विवाद में भीड़ ने किया पथराव, पुलिस उपाधीक्षक समेत 12 पुलिसकर्मी घायल
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में एक महिला के अंतिम संस्कार को लेकर हुए संघर्ष में एक पुलिस उपाधीक्षक समेत 12 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। इस दौरान उग्र भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया और एक पूजास्थल और कुछ वाहनों में आग लगा दी। नौशेरा कस्बे के सयाल गांव में रहने वाली सीमा कुमारी का विवाह रिंकू कुमार से हुआ था। रिंकू ने बाद में ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया था। कुमार पंजाब के जालंधर में श्रमिक के तौर पर काम करता था। सीमा की रविवार को मौत हो गई थी। उसके परिवार ने आरोप लगाया है कि सीमा की हत्या की गई और उसे ईसाई धर्म स्वीकार करने पर मजबूर किया गया था।
वे हिंदू रीति रिवाज के अनुसार सीमा का अंतिम संस्कार करना चाहते थे लेकिन कुमार के परिवार ने इसका विरोध करते हुए जोर दिया कि सीमा के शव को दफनाया जाना चाहिए। महिला के परिजन एवं गांव के कई लोगों ने इसका विरोध किया। कुमार के परिवार को पुलिस की सुरक्षा दी गई थी। प्रदर्शनकारियों ने गुस्से में आकर एक अस्थायी पूजास्थल, दो दुकानों, कुछ वाहनों और ढांचों में आग लगा दी थी। उग्र भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर भी पथराव किया। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस के गोले छोड़े।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मानक प्रक्रियाओं का पालन किया गया और प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया गया। उन्होंने बताया कि पथराव में एक पुलिस उपाधीक्षक समेत कम से कम 12 पुलिसकर्मी घायल हो गए। पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुछ लोगों को पूछताछ के लिए घेरे में लिया गया है और इस संबंध में एक मामला दर्ज किया गया है। हालात काबू करने के लिए इलाके में अतिरिक्त बल को तैनात किया गया है।