जम्मू-कश्मीर: आतंकी फंडिंग मामले में एनआईए ने निर्दलीय विधायक इंजीनियर राशिद खान को भेजा समन
कश्मीर घाटी आतंकियों को फंड मुहैया कराने के मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जम्मू-कश्मीर के निर्दलीय विधायक इंजीनियर राशिद खान को पूछताछ के लिए गुरुवार (28 सितंबर) को समन भेजा है। जानकार सूत्रों ने यहां बताया कि उत्तर कश्मीर के लैंगेट विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले इंजीनियर राशिद खान को 3 अक्टूबर को एनआईए कार्यालय में बुलाया गया है। ऐसा पहली बार हुआ है कि एनआईए ने राज्य के एक विधायक को समन भेजा है। अब तक, अलगाववादी नेताओं और एक व्यापारी सहित 10 लोगों को एनआईए ने गिरफ्तार किया है।
एजेंसी अलगाववादी नेताओं, कुछ स्थानीय व्यापारियों एवं अन्य लोगों से जुड़े कथित आतंकवादी वित्तपोषण मामले की जांच कर रही है। विधायक राशिद का नाम इस प्रकरण में तब आया जब पूछताछ के दौरान जहूर वाताली नाम के एक व्यापारी ने लिया। वाताली को एनआईए ने कश्मीर घाटी में आतंकवादी संगठनों और अलगाववादियों द्वारा की जानेवाली दहशतगर्दी के लिए फंड मुहैया कराने के आरोप में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था।
एनआईए अधिकारियों का कहना है कि पिछले 30 मई को उन अलगाववादी संगठनों और अलगाववादी नेताओं के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था जो हिज्बुल मुजाहिद्दीन, दख्तरान-ए-मिल्लत, लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकवादी संगठनों के साथ सक्रिय रूप से जुड़े थे। अपनी एफआईआर में एनआईए ने लिखा है कि अलगाववादियों और आतंकियों को अवैध रूप से उगाही कर और हवाला के माध्यम से विदेशों से पैसे मंगवाकर दिए जाते हैं ताकि वो कश्मीर घाटी में अशांति फैलाने, आतंकी घटनाओं को अंजाम देने, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, सुरक्षाबलों पर पत्थर फेंकने, स्कूलों को जलाने और भारत के खिलाफ अप्रत्यक्ष रूप से युद्ध छेड़ सकें।