जम्मू-कश्मीर में सरकारी जमीन बेचने के मामले में अधिकारियों के खिलाफ FIR हुई दर्ज
जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में 34.25 एकड़ सरकारी जमीन वापस कब्जे में लेने के बाद प्राधिकारियों ने अब कुछ अधिकारियों एवं अन्य लोगों के खिलाफ सरकारी जमीन बेचने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि गलत तरीके से जमीन नाम करने और अवैध निर्माण की अनुमति देने के आरोप में भी मामला दर्ज किया गया है। प्रवक्ता ने कहा, ‘‘जमीन से बेदखल किए गए लोगों ने जमीन की बिक्री करने वालों की जानकारी साझा की थी और इसके तहत प्रशासन ने रणबीर पैनल कोड (आरपीसी) के विभिन्न प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया।’’
उन्होंने बताया कि धोखाधड़ी, आपराधिक अतिक्रमण एवं धोखाधड़ी करने के इरादे से जालसाजी के संबंध में भी मामला दर्ज किया गया है। इससे पहले, राजौरी में छह जनवरी को एक दिन के अतिक्रमण विरोधी अभियान में 34.25 एकड़ जमीन को दोबारा कब्जे में लिया था। वहीं दूसरी तरफ, नई दिल्ली से भोपाल जा रही शताब्दी एक्सप्रेस से रविवार को बिना टिकट यात्रा करते पकड़े गए युवक का आतंक से कोई संबंध नहीं पाया गया है। प्राथमिक पूछताछ में वह एक नशे का आदि पाया गया है।
पुलिस ने बताया कि प्रदेश पुलिस की आतंकवाद निरोधक शाखा युवक से लगातार पूछताछ कर रही है। गौरतलब है कि रविवार को भोपाल जा रही शताब्दी एक्सप्रेस के कोच संख्या सी-6 में एक युवक बिना टिकट यात्रा कर रहा था। इसके बाद उसे पकड़ लिया गया। राजकीय रेलवे पुलिस एवं खुफिया पुलिस की पूछताछ में उसने अपना नाम बिलाल अहमद वानी बताया था। वह जम्मू कश्मीर के अनंतनाग जिले का रहने वाला है।