जम्मू कश्मीर में सेना के कैंप पर आतंकी हमला: दो जवान शहीद, दो आतंकी ढेर
जम्मू के एक सैन्य शिविर में शनिवार (10 फरवरी, 2018) तड़के घुसे आतंकवादियों ने फैमिली क्वार्ट्स में दाखिल होकर सो रहे लोगों पर गोलीबारी शुरू कर दी। आतंकियों ने इस दौरान बमबारी भी की। इस गोलीबारी में दो जवान शहीद हो गए, जबकि छह अन्य घायल हो गए। एएनआई की खबर के अनुसार सुरक्षा बलों ने दो आतंकी को मार गिराया है। घायलों में एक अधिकारी की बेटी भी शामिल है। अधिकारी ने कहा, ‘स्थिति पर नियंत्रण कर लिया गया है और तलाशी एवं बचाव अभियान अभी जारी है।’ सूत्रों का कहना है कि सुंजवान सैन्य शिविर के जवानों को शनिवार तड़के 4:45 बजे संदिग्ध गतिविधि के बारे में पता चला।
सूत्रों के मुताबिक, इन संदिग्धों के आतंकवादी होने का आभास होने पर जवानों ने उन पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके जवाब में उन्होंने ग्रेनेड फेंके और स्वचालित हथियारों से गोलीबारी की। इसके बाद आतंकवादी जूनियर कमीशंड अधिकारियों (जेसीओ) के आवासीय क्वार्ट्स में घुस गए और एक घर में छिप गए। हमले में घायल लोगों में एक जूनियर सैन्य अधिकारी की बेटी भी है, जो स्कूल की छुट्टियों के दौरान अपने पिता से मिलने आई थी। इस संबंध में जारी बयान के मुताबिक, ‘स्थिति पर नियंत्रण पा लिया गया है। अधिकतर परिवारों को जेसीओ क्वार्ट्स से सकुशल बाहर निकाल लिया गया है, जहां आतंकवादी घुसे थे। आतंकवादियों पर आखिरी हमले से पहले हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि इस अभियान में किसी नागरिक को नुकसान नहीं हो।’
सूत्रों का कहना है कि जूनियर कमीशंड अधिकारियों की आवासीय इमारत में आतंकवादियों के सफाए के लिए हर कमरे की तलाशी ली जा रही है। इससे पहले खुफिया रपटों में कहा गया था कि आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की पांचवीं बरसी पर हमले की साजिश रच रहे थे। अफजल गुरु को नौ फरवरी, 2013 को तिहाड़ जेल में फांसी दी गई थी। छिपे हुए आतंकवादियों के सफाए के लिए उधमपुर में सेना के उत्तरी कमान के मुख्यालय से सेना के पैराकमांडर्स को लाया गया। इस पूरे अभियान के दौरान वायुसेना सुरक्षाबलों को हवाई चौकसी उपलब्ध कराता रहा।