जम्मू-कश्मीर : सुरक्षा समीक्षा के बाद कश्मीर में हाई अलर्ट

जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू होने के बाद राज्य के पहले दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने गुरुवार को आतंकवादी चुनौतियों की समीक्षा की। उनके साथ बैठक में राज्यपाल एनएन वोहरा, केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। गुरुवार को राजभवन में इस बैठक के बाद घाटी में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया। दरअसल, आतंकवादी बुरहान वानी की आठ जुलाई को बरसी के मद्देनजर खुफिया एजंसियों ने बड़ी आतंकी साजिश के बारे में सतर्क किया है। इस तरह की सूचनाओं के आधार पर बैठक में सुरक्षा इंतजामों की समीक्षा की गई और हाई अलर्ट जारी कर दिया गया।

गृह मंत्री की अगुवाई में उच्च स्तरीय टीम राज्य के दो दिवसीय दौरे पर बुधवार को पहुंचा था। गृह मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, गृह मंत्री और एनएसए का यह बहुउद्देश्यीय दौरा रहा। बुधवार की रात को राजभवन और हरि निवास में इन सभी ने अमरनाथ यात्रा और राज्य के हालात के बारे में जानकारी ली। गुरुवार को खुफिया एजंसियों के द्वारा जुटाई गई सूचनाओं के मद्देनजर समीक्षा बैठक बुलाई गई, जिसमें ‘आतंकवाद के मोर्चे पर संभावित चुनौतियों’ के बारे में चर्चा की गई। इस बैठक का मुख्य एजंडा आतंकी बुरहान वानी की आठ जुलाई को बरसी के मद्देनजर आतंकियों की तैयारी के बारे में मिल रही सूचनाएं थीं। हिजबुल मुजाहिदीन के इस पूर्व कमांडर को आठ जुलाई 2016 को सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ में कोकेरनागम इलाके के आने बुमदूरा गांव में मार गिराया था। उसकी बरसी पर एक ओर आतंकियों ने उसके गृह जिले त्राल में बंद बुलाई है, हुर्रियत नेताओं ने जनसभा का आयोजन किया है। दूसरी ओर, आतंकियों द्वारा बड़ी साजिश रचे जाने की सूचना भी मिली है। खुफिया एजंसियों को जानकारी मिली है कि आतंकी हमला आठ जुलाई या उसके पहले हो सकता है।

इस बैठक में चर्चा की गई कि आतंकियों के निशाने पर अमरनाथ यात्री, सुरक्षाबलों के परिसर, कानून-व्यवस्था में तैनात सुरक्षाबल सहित प्रमुख सरकारी इमारतें हो सकते हैं। इसके अलावा आतंकी रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, प्रमुख बाजार सहित भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी खूनखराबा कर सकते हैं। इन सूचनाओं के मद्देनजर घाटी में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। सुरक्षा बलों को आतंकियों की खास योजनाओं के मद्देनजर विशेष निर्देश दिए गए हैं। सैयद सलाहुद्दीन की अगुवाई वाले यूनाइटेड जेहाद काउंसिल ने घाटी में बंद का एलान कर रखा है। बंद पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में भी किया गया है। सलाहुद्दीन के इस एजंडे की तर्ज पर हुर्रियत के सैयद अली गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक और यासीन मलिक ने भी हड़ताल का एलान कर रखा है। हुर्रियत नेताओं ने त्राल में जनसभा का आयोजन किया है।
ईमानदार प्रशासन से ही स्थिरता, शांति संभव : राजनाथ

गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में शांति और स्थिरता एक ईमानदार, प्रभावी और कुशल प्रशासन से ही लाई जा सकती है। सुरक्षा समीक्षा के बाद उन्होंने एक बयान में कहा कि एक विकसित और समृद्ध जम्मू कश्मीर का सपना तब साकार होगा, जब राज्य में शांति और सामान्य स्थिति होगी। विकास और सुशासन जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए सपना रहा है और केंद्र सरकार व्यवस्था में जवाबदेही और पारदर्शिता लाने के सभी संभव उपाय करने के लिए प्रतिबद्ध है। श्रीनगर में गुरुवार को हुई उच्चस्तरीय बैठक में चर्चा की गई कि आतंकियों के निशाने पर अमरनाथ यात्री, सुरक्षाबलों के परिसर, कानून-व्यवस्था में तैनात सुरक्षाबल सहित प्रमुख सरकारी इमारतें हो सकते हैं। इसके अलावा आतंकी रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, प्रमुख बाजार सहित भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी खूनखराबा कर सकते हैं।

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