जम्मू-कश्मीर के आईजी ट्रैफिक को डीजीपी ने फटकारा, कहा- ऐसी हरकतें नहीं करते पुलिसवाले

जम्मू-कश्मीर में सिंघम स्टाइल में काम कर सुर्खियों में आने वाले आइजी ट्रैफिक को राज्य के डीजीपी ने नसीहत दी है। उनसे अजीबोगरीब हरकतों से बाज आने को कहा है। पुलिस महानिदेशक ने इस आईपीएस अफसर को कठोर पत्र लिखकर साफ कहा है कि ऐसा कोई कार्य न करें, जिसको लेकर अंगुली उठे। बीते दिनों बीच सड़क पर गलत तरीके से पार्क हुई पुलिस जिप्सी को सीज करने के चलते सोशल मीडिया पर इस आईपीएस की खूब सराहना हुई। हालांकि बिना वर्दी काम करने और कई बार लोगों से गलत व्यवहार की लगातार डीजीपी कार्यालय शिकायतें पहुंचने के बाद यह नसीहत पुलिस महानिदेशक की ओर से जारी हुई है।
वर्ष 2000 बैच के आईपीएस बसंत रथ जब से जम्मू-कश्मीर में आईजी ट्रैफिक तैनात हुए हैं, तब से वे चर्चा का विषय हैं। बगैर वर्दी में वे सिंघम स्टाइल में सड़कों पर पहुंचकर गलत तरीके से पार्किंग वाले वाहनों पर कार्रवाई करते हैं। आम हो या खास, किसी को नहीं छोड़ते। पिछले दिनों पुलिस की एक बिना रजिस्ट्रेशन की मिली जीप को भी उन्होंने सीज कर दिया था, जिसकी काफी चर्चा रही थी। सोशल मीडिया पर आईपीएस अफसर ने अपना ईमेल आईडी देकर लोगों से कहा था कि जहां भी ट्रैफिक को लेकर शिकायतें मिलें, तुरंत भेजे, तत्काल कार्रवाई होगी।
अफसर पर सिर्फ सोशल मीडिया पर सक्रिय रहकर शेखी बघारने के आरोप लगे तो जवाब में बसंत रथ की यह पोस्ट काफी वायरल हुई थी, जिसमें उन्होंने लिखा था-‘मेरे जो सीनियर सोचते हैं कि मैं सिर्फ फेसबुक और ट्विटर पर ही सक्रिय हूं और जमीन पर काम करने की क्षमता नहीं है तो वे बिना हेलमेट के बाइक चलाने वाले अपने पीएसओ से इस बारे में पूछ सकते हैं। मैं उनका पूरा दिन बेकार कर दूंगा और आपका भी।’ बसंत रथ ने कई प्रभावशाली लोगों के वाहनों को सीज किया तो हड़कंप मच गया। कुछ वकील और ऐक्टिविस्ट ने उनके खिलाफ डीजीपी कार्यालय में शिकायत की। कहा कि वे एक तो बगैर वर्दी में रहते हैं दूसरे बिना हेलमेट किसी के मिलने पर उससे अभद्रता करते हैं, मोबाइल भी फेंक देते हैं। कांग्रेस नेता उस्मान माजीद ने उन पर गुंडागर्दी का आरोप लगाया था। इसे देखते हुए डीजीपी ने आईजी ट्रैफिक को संयमित तरीके से काम करने की नसीहत दी है।